जवानों के साथ राजनाथ ने मनाया न्यू ईयर तो चीन को लगी मिर्ची, बताया उकसाने वाला कदम
भारत के प्रति आक्रामक रवैया रखने से चीन बाज नहीं आ रहा है और अब तो उसने हद ही पार कर दी है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नया साल जवानों के साथ मनाया तो चीन को मिर्ची लग गई। चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स पर प्रकाशित खबर के मुताबिक सोमवार को चीनी विशेषज्ञों ने बीजिंग को आगाह किया है कि भारत 2018 में भी सीमा पर परेशान करता रहेंगा।
खबर में भारतीय मीडिया का हवाला देते हुए कहा गया है कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह रविवार की शाम भारत-चीन सीमा के पास मातली स्थित भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के कैंप में जवानों संग नया साल मनाने पहुंचे थे। नई दिल्ली लौटने से पहले वह नागा और पीडीए पोस्ट समेत नेलाग घाटी में भी जवानों से मिले और सीमा के हालातों के बारे में जानकारियां लीं।
शंघाई म्युनिसिपल सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्टडीज के साउथ और सेंट्रल स्टडीज इंस्टीट्यूट के हेड वांग देहुआ ने कहा कि राजनाथ का जवानों संग नया साल मनाना डोकलाम विवाद के बाद उकसाने वाला कदम है। उन्होंने कहा भारत तिब्बत सीमा पुलिस जो कि कई जातियों के जवानों को भर्ती करती है उनका संबंध दलाई लामा से है। वांग ने कहा इस पुलिस बल की ड्यूटी यही होती है कि चीन और भारत की सीमा पर मतभेद के संभावनाओं की तलाश करें।
खबर में चीनी एसोसिएशन फॉर साउथ एशियन स्टडीज और त्सिंगहुआ विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय रणनीति संस्थान के वरिष्ठ साथी और शोधार्थी कियान फेंग ने कहा कि यद्पि कूटनीति दौर की कई वार्ताओं और हाल के सीमावर्ती मुद्दों पर बैठकों के चलते दविपक्षीय संबंधों में पहले के मुकाबरे ज्यादा स्थिरता आई है लेकिन भारत-चीन सीमा को लेकर अब भी ऐसे मुद्दे बने हुए हैं जिन्हें सुलझाया नहीं गया है।
कियान ने कहा कि भारत सीमा पर अपने नाटक से बाज नहीं आएगा। इसलिए चीन को आराम से नहीं बैठना चाहिए। वांग ने कहा कि भारत सरकार सीमावर्ती मुद्दों को एक दबाने के एजेंडे पर कार कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत सीमा पर जवानों की तैनाती को मजबूत करेगा।