जाति का जहर: सवर्णों ने कुएं में डाल दिया जहरीला केमिकल ताकि दलितों को ना मिले पीने का पानी
कर्नाटक के एक गांव जातीय दुश्मनी का घिनौना रुप देखने को मिला है। बैंगलुरु से लगभग 640 किलोमीटर दूर कलबुर्गी जिले के चन्नूर नाम के एक गांव में दबंगों ने कथित रुप से कुएं में जहर मिला दिया, ताकि इस कुएं के पानी को यहां रहने वाले दलित नहीं पी सकें। इस कुएं में सात कुएं हैं, जिसमें से दलित समुदाय के लोगों को सिर्फ एक कुएं से पानी पीने की इजाजत है। यहां के दलितों की जिंदगी कितनी मुश्किल है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिस कुएं का पानी पीने की इजाजत सवर्णों ने इन्हें दी है वो कुआं इनके घरों से लगभग 200 मीटर दूर है। दलितों को यहीं से पानी सप्लाई की जा रही थी। गांव के बाकी कुओं पर सवर्णों का कब्जा है। पहले तो सब कुछ ठीक चला आ रहा था समस्या की शुरुआत तब हुई जब दलित जिस कुएं से पानी पी रहे थे उस जमीन का लीज एक दबंग जाति के व्यक्ति को दे दिया गया। इसके बाद दलितों को इस कुएं से पानी खींचने की मनाही कर दी गई। जमीन की लीज सवर्ण समुदाय के व्यक्ति को कैसे मिली इसकी पड़ताल हो रही है।
बाद में कुएं में एक मोटर पंप बिठाया गया और इसी के जरिये दलितों के घर तक पानी की सप्लाई की जाने लगी। कुछ दिन पहले महंतप्पा नाम का एक दलित कुएं से पानी लाने गया क्योंकि बिजली ना होने की वजह से कई दिनों से पानी की सप्लाई नहीं हुई थी। लेकिन इस शख्स ने देखा कि कुएं से तेज बदबू आ रही है। इस शख्स ने तुरंत इस बात की सूचना दलित समुदाय के दूसरे लोगों को दी। जांच में पता चला कि कुएं के पानी इंडोसल्फान नाम का जहरीला केमिकल मिलाया गया था। पुलिस ने शिकायत के बाद कुएं के मालिक के खिलाफ दलित उत्पीडन एक्ट की धारा-3 के तहत केस दर्ज कर लिया है।