जानिए क्या है गंगा दशहरा, इस बार बन रहा लाभकारी संयोग
हिंदू धर्म में गंगा नदी का विशेष महत्व है। हिंदुओं के बीच गंगा नदी की पवित्रता की मिसाल दी जाती है। भारत में यह लोगों की आस्था से जुड़ी हुई है। ऐसा कहा जाता है कि गंगा नदी में स्नान करने का मौका भाग्यशाली लोगों को ही मिलता है। कहते हैं कि गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति को उसके पाप कर्मों से छुटकारा मिल जाता है। व्यक्ति के जीवन में पवित्रता आती है और वह एक सुखमय जीवन जीता है। इस सबके बीच कुछ खास मौकों पर गंगा स्नान करना और भी अधिक लाभकारी हो जाता है। इन्हीं में से एक है गंगा दशहरा। गंगा दशहरा हर साल देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल यह 24 मई को पड़ रहा है।
ऐसा कहा जाता है कि गंगा दशहरा के दिन ही गंगा नदी का धरती पर आगमन हुआ था। इसलिए यह दिन गंगा स्नान के लिए बहुत ही खास हो जाता है। गंगा दशहरा के मौके पर देशभर में गंगा नदी में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। भारत में गंगा नदी जिन प्रदेशों से होकर गुजरती है, उन जगहों पर लोग स्नान के लिए एकत्रित होते हैं। कहते हैं कि गंगा दशहरा के दिन गंगा स्नान की महत्व बहुत ही बढ़ जाता है। इस स्नान से व्यक्ति को उसके पाप कर्मों से मुक्ति मिलने की मान्यता है।
बता दें कि इस बार का गंगा दशहरा अधिकमास में पड़ रहा है। ऐसे में इसका महत्व और भी अधिक हो जाता है। इसे बेहद ही लाभकारी संयोग बताया जाता है। ऐसा कहा जा रहा है कि अब यह संयोग अगले तीन साल के बाद ही बनेगा। इस गंगा दशहरे पर गंगा स्नान करने, उपवास रखने और दान देने से काफी लाभ मिलने वाला है। यह लाभ आपको आपके पाप कर्मों से छुटकारा के रूप में मिल सकता है। इसके साथ संपत्ति प्राप्ति की भी संभावना बनती है।