जिन्ना विवाद में कूदी हिन्दू महासभा- मंत्री स्वामी को हटाएं या खुद योगी आदित्यनाथ हटें
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर विवाद में अब अखिल भारत हिन्दू महासभा भी कूद पड़ी है। महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यूनिवर्सिटी में लगी उस तस्वीर को हटवाने की मांग की है। इसके साथ ही स्वामी चक्रपाणि ने सीएम योगी से अपने मंत्रिमंडल सहयोगी स्वामी प्रसाद मौर्य को भी बर्खास्त करने की मांग की है। स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि अगर योगी आदित्यनाथ ये दो काम नहीं कर सकते हैं तो खुद इस्तीफा दे दें। बता दें कि विवाद पर योगी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरुष बताया था और कहा था कि बंटवारे से पहले देश के लिए जिन्ना ने भी अपना योगदान दिया था।
इधर, इस विवाद में स्वामी चक्रपाणि ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की है और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा है। अपने ज्ञापन में चक्रपाणि ने अली जिन्ना को महापुरुष कहे जाने पर आपत्ति जताई है और इसके लिए यूपी सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है। चक्रपाणि ने कहा है कि मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरुष बताकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने खुद को देशद्रोही साबित कर दिया है। लिहाजा, उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। बतौर चक्रपाणि यूपी सरकार के मंत्री का यह बयान देश के उन शहीदों का अपमान है, जिन्होंने आजादी के लिए अपनी जान दे दी।
चक्रपाणि ने कहा कि जिन्ना न केवल देश का गुनहगार है बल्कि मानवता का भी गुनहगार है जिसने अपने फायदे के लिए लाखों हिन्दुओं और मुस्लिमों का नरसंहार देश विभाजन कर करवाया। चक्रपाणि ने मुंबई के जिन्ना हाउस को सावरकर हाउस बनाने की भी मांग केंद्रीय गृह मंत्री से की है। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान की बीजेपी नेताओं ने भी आलोचना की है। राज्य सभा के नव निर्वाचित सांसद हरनाथ सिंह यादव ने स्वामी मौर्य के बयान की निंदा करते हुए कहा था कि इससे उत्तर प्रदेश सरकार और बीजेपी की छवि को धक्का पहुंचा है। यादव ने पार्टी अध्यक्ष से इस मामले में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।