जिस दिन राष्ट्रपति ने किए सबसे सख्त कानून पर दस्तखत, उस दिन भी आईं रेप की ये सात खौफनाक खबरें
कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ गैंगरेप की घटना के बाद विरोध के स्वर पूरे देश में बुलंद हुए। जनभावनाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार(21अप्रैल) को पॉक्सो एक्ट में बदलाव करते हुए 12 साल से कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार के दोषियों को मौत की सजा प्रस्तावित की। जिसे अगले ही दिन रविवार(22) अप्रैल) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दी। बलात्कार को लेकर जिस वक्त देश में सबसे कड़ी सजा का बंदोबस्त हो रहा था, उस वक्त भी कई हिस्सों से बलात्कार की कई खबरें सामने आई हैं।
उत्तर प्रदेश, ओडिशा से लेकर हरियाणा आदि राज्यों में बच्चियों के साथ दरिंदगी की घटनाओं को लेकर लोगों में रोष है। इन राज्यों में बीजेपी का शासन है। पॉक्सो एक्ट में हुए बदलाव के बाद 16 साल से कम उम्र की लड़की से रेप करने पर दी जाने वाली सजा दस साल से बढ़ाकर 20 साल कर दी गई है। यही नहीं ऐसे मामलों के निपटारे के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट गठित होंगी। थानों और अस्पतालों को मामले की जांच के लिए स्पेशल फॉरेंसिक किट भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इधर बना कानून, उधर हुए बलात्कारः हरियाणा में कठुआ जैसी घटना दोहराई गई। यहां यमुनापार इलाके में एक धर्मस्थल के नजदीक स्थित धर्मशाला में लड़की से गैंगरेप की घटना हुई। जहां 13 साल की लड़की से पहले चार दरिंदों ने गैंगरेप किया, फिर दीवार पर सिर पटककर हत्या करने की कोशिश हुई।
ओडिशा के कटक में 6 साल की बच्ची से शनिवार(21 अप्रैल) की रात स्कूल के अंदर रेप की घटना सामने आई, इसी दिन केंद्र सरकार बच्चियों से बलात्कार पर फांसी की सजा का प्रावधान करने में जुटी थी। बच्ची स्कूल परिसर में बेहोश मिली थी।पुलिस के मुताबिक मोहम्मद मुश्ताक नामक आरोपी चॉकलेट का लालच देकर बच्ची को स्कूल में सुनसान स्थान पर ले गया फिर हवस का शिकार बनाया। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
उधर तमिलनाडु में एक छेड़खानी की घटनाा भी सामने आई। जब एक बीजेपी नेता पर बच्ची से छेड़खानी और दुष्कर्म की कोशिश का आरोप लगा। ट्रेन तिरुवनंतपुरम से चेन्नई जा रही थी। दस वर्षीय लड़की के साथ बीजेपी नेता ने गंदी हरकत की। बच्ची के चीखने पर लोगों ने बीजेपी नेता को पकड़कर पुलिस को सूचना दी। बताया जा रहा कि आरोपी बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है।
यूपी में 24 घंटे के अंदर 4 बलात्कारः केंद्र सरकार की ओर से कानून बनाने और राष्ट्रपति की ओर से मंजूरी दिए जाने के बीच उत्तर प्रदेश में रेप की जबर्दस्त घटनाएं हुईं। 24 घंटे के अंदर चार बच्चियों को दरिंदों ने हवस का शिकार बनाया। रामपुर के स्वार थाना क्षेत्र में घर में अकेली मौजूद सात साल की बच्ची के साथ बलात्कार की घटना हुई। आरोपी घर से बच्ची को सुनसान स्थान पर ले गया और फिर बलात्कार किया।
वहीं कन्नौज के विष्णुगढ़ में 11 साल की बच्ची के साथ चाचा पर रेप का आरोप लगा।मुरादाबाद में आरोपियों ने घर में घुसकर नाबालिग का बलात्कार किया। फिर उसका वीडियो बनाकर वायरल भी कर दिया।उधर मुजफ्फरनगर में और सनसनीखेज घटना हुई। जब सिर दर्द के लिए दवा लेने गई 13 साल की बच्ची से रेप करने का आरोप चिकित्सक पर लगा। शिकायत के मुताबिक बच्ची को दिन तक चिकित्सक बंधक बनाए रखा। पुलिस ने क्लीनिक पर छापा मारकर आरोपी चिकित्सक को गिरफ्तार कर लिया।