जिस सड़क को नक्सली बनाते रहते हैं निशाना, उस पर यूं मोटरसाइकिल से चले मुख्यमंत्री
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में इंजरम-भेज्जी सड़क पर मोटरसाइकिल से यात्रा की। मुख्यमंत्री ने इस इलाके में चल रहे सड़क निर्माण कार्य की समीक्षा के सिलसिले में यह दौरा किया है। नक्सली आए दिन इंजरम-भेज्जी सड़क पर बारूदी सुरंगों के जरिए धमाका करते रहे हैं। इन धमाकों की चपेट में आने से अब तक 13 जवान शहीद हो चुके हैं। दरअसल, नक्सली नहीं चाहते हैं कि उनके गढ़ बस्तर में इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो। इस सड़क के बन जाने के बाद दक्षिणी बस्तर में प्रशासन की पहुंच आसान हो जाएगी। ऐसा माना जा रहा है कि इससे नक्सली गतिविधियों में कमी लाने में प्रशासन को काफी मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री का बस्तर इलाके में यह दौरा लोक सुराज अभियान के पहले दिन हुआ। इसे दौरे के माध्यम से वह यह संदेश भी देना चाह रहे थे कि नक्सल प्रभावित इलाके में विकास कार्यों को बढ़ावा देना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। बाद में मुख्यमंत्री ने इंजराम के समाधान शिविर जाकर सुरक्षा में लगे जवानों का मनोबल भी बढ़ाया। उन्होंने इस बात की भी घोषणा की कि सड़क का नामकरण शहीद जगजीत सिंह के नाम पर किया जाएगा। बता दें कि सीआरपीएफ के निरीक्षक जगजीत पिछले साल 11 मार्च को नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। हमले के वक्त वह सड़क सुरक्षा के काम में लगे हुए थे।
मुख्यमंत्री के इस दौरे में कुल दो मोटरसाइकिलें थीं। जिस मोटरसाइकिल पर सीएम रमन सिंह बैठे थे, उसे सिसोदिया चला रहे थे। वहीं, दूसरी मोटरसाइकिल उनके प्रमुख सचिव अमन सिंह चला रहे थे। इंजरम-भेज्जी सड़क का निर्माण लगभग 30 किलोमीटर के दायरे में चल रहा है। नक्सली हमले की आशंका के चलते इसे कई टुकड़ों में बनाया जा रहा है। नक्सली अब तक कई बार इस सड़क के निर्माण कार्य में बाधाएं उत्पन्न कर चुके हैं। नक्सलियों ने जगह-जगह पर बारूदी सुरंग बिछा रखी है। सुरक्षा बल इंजरम-भेज्जी सड़क के अलग-अलग हिस्सों से अब तक कुल 49 विस्फोटक निकाल चुके हैं। ऐसे में, यह समय ही बताएगा कि छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास नक्सलवाद को खत्म करने में कितना कारगर साबित होता है।