जीतने के बाद फिर चुनाव आने पर ही आया विधायक, गुस्साए लोगों ने फेंकीं चप्पलें
कर्नाटक में चुनाव करीब आने के साथ ही राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज होती जा रही है। विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता कर्नाटक में रैलियां कर रहे हैं, जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और आम जनता से संपर्क साध रहे हैं। इन्हीं प्रचार-प्रसार के बीच कुछ लोगों को अपने विधायक पर इतना गुस्सा आया कि उन्होंने विधायक की चप्पलों से पिटाई कर दी। दरअसल, कोप्पला जिले के गंगावती इलाके में जनता दल (सेकुलर) के विधायक इकबाल अंसारी चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे, उन्होंने जैसे ही लोगों को संबोधित करना शुरू किया लोगों ने उनके ऊपर चप्पलें फेंक दीं। लोगों ने आरोप लगाया कि इन पांच सालों में एक बार भी अंसारी ने अपने चुनाव क्षेत्र का दौरा नहीं किया, जनता की समस्याओं का समाधान भी नहीं किया और न ही उनकी समस्याओं पर किसी भी तरह का काम किया।
गंगावती इलाके के लोगों का कहना है कि इकबाल ने पिछले चुनाव के दौरान अपने चुनावी क्षेत्र के लोगों के लिए टॉयलेट बनाने का वादा किया था, लेकिन पांच साल बीतने के बाद भी उन्होंने अपने वादे को पूरा नहीं किया। द न्यूज़ मिनट के मुताबिक गंगावती इलाके की निवासी परीमाला का कहना है, ‘पांच साल पहले इकबाल अंसारी यहां आए थे और हमसे टॉयलेट निर्माण करने का वादा किया था। साथ ही साथ पानी की समस्या को भी हल करने की बात कही थी। इस क्षेत्र में यह दो समस्याएं मुख्य हैं। पिछले पांच सालों में एक भी टॉयलेट का निर्माण नहीं किया गया और पानी सप्लाई की दिक्कत अभी भी वैसी की वैसी ही है।’
इस इलाके में रहने वाली महिलाओं का कहना है कि वे लोग खुले में शौच करने के लिए मजबूर हैं। कमलअम्मा नाम की निवासी ने बताया, ‘अब उन खुले इलाकों में से बदबू आने लगी है। कभी-कभी कुछ लोग इकट्ठा होकर जगह को साफ करते हैं, लेकिन ऐसा कब तक चलेगा। केवल 2017 में ही गंगावती के 50 लोगों को चिकनगुनिया हो गया था। यहां बहुत ज्यादा मच्छर हैं। बहुत सारे लोगों के बीमार पड़ने के बाद भी विधायक यहां नहीं आए और ना ही बीमार लोगों से मुलाकात की। अभी, चुनाव का वक्त पास है तो वह वोट मांगने आ गए। जाहिर सी बात है कि हम लोगों के अंदर गुस्सा भरा हुआ है। उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया और अपना काम भी पूरा नहीं किया। हम उनके ऊपर अब क्यों विश्वास करें?’
रिपोर्ट्स के मुताबिक लोगों ने पिछले पांच सालों में कई बार विधायक इकबाल अंसारी को पत्र लिखकर अपनी समस्याएं बताईं, लेकिन कुछ भी कदम नहीं उठाया गया। एक अन्य महिला ने बताया, ‘रविवार को हम लोग अपनी मांग को एक पत्र में लिखकर विधायक के पास गए, लेकिन जब हमने उन्हें पत्र सौंपा वह वहां से चले गए। जाहिर सी बात है कि हम लोगों को उनके ऊपर बहुत गुस्सा आया। हमारी बातों को ना सुनने के बाद और यह जानने के बाद कि हम लोग गुस्से में हैं वो वोट मांगने आ गए। हम इस तरह का नेता नहीं चाहते, जो झूठे वादे करे। हम जानते हैं कि ऐसे लोगों को कैसे सबक सिखाया जाना चाहिए।’