टिप्पणी पर विवाद के बाद डोनाल्ड ट्रंप बोले- मैं नस्लवादी नहीं हूं
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ देशों के प्रवासियों के खिलाफ दिए कथित आपत्तिजनक बयान के बाद उत्पन्न विवाद को खत्म करने की मांग करते हुए कहा कि वह नस्लवादी नहीं हैं। द्विदलीय समूह के सांसदों के साथ पिछले सप्ताह हुई एक बैठक में उन्होंने कहा था कि बैठक में शामिल कुछ प्रतिभागी खास घटिया देशों के आव्रजकों के लिए दबाव डाल रहे हैं। ट्रंप को जिस कथित टिप्पणी के खिलाफ व्यापक स्तर पर आलोचना का सामना करना पड़ा, वह उन्होंने आव्रजन में सुधारों को लेकर सांसदों के साथ गुरुवार को हुई बैठक में की थी।
फ्लोरिडा में सदन में सत्तापक्ष के नेता केविन मैक्कार्थी के साथ रात्रि भोज के लिए ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स जाते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने पत्रकारों से कहा, ‘‘नहीं-नहीं मैं नस्लवादी नहीं हूं…जितने भी लोगों का आपने अभी तक साक्षात्कार किया होगा उनमें से मैं सबसे कम नस्लवादी व्यक्ति हूं। यह मैं आपकों बता सकता हूं।’’ ट्रंप की नस्लवादी टिप्पणी को लेकर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा की जा रही आलोचना के संबंध में किए गए सवाल पर उन्होंने (ट्रंप ने) यह प्रतिक्रिय दी।
वहीं दूसरी तरफ, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को विपक्षी पार्टी डेमोक्रट पर आव्रजक समझौते को बाधित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका अड़ियल रवैया दिखाता है कि वह डेफर्ड एक्शन फॉर चाइल्डहूड एराइवल्स (डाका) नीति के लाभार्थियों की मदद नहीं करना चाहते। डाका की शुरुआत अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की थी, जो उन लोगों के निर्वासन को रोकता है जो अमेरिका में तब आए थे जब वे नाबालिग थे।
ट्रंप ने इस नीति को सितंबर में रद्द कर दिया था लेकिन कांग्रेस को छह माह के भीतर इससे प्रभावित होने वाले 8,00,000 लोगों के लिए एक नई नीति लाने को कहा था। इससे प्रभावित होने वालों में कई भारतीय और दक्षिण एशियाई मूल के लोग भी हैं। ट्रंप चाहते हैं कि ये लोग अमेरिका में रहें। लेकिन उन्होंने कहा कि वह तब तक डेमाक्रेटिक पार्टी के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे जब तक वह मैक्सिको सीमा पर दीवार निर्माण के लिए राशि देने को राजी न हो जाएं, जिससे अवैध घुसपैठ एवं गैरकानूनी नशीले पदार्थों की तस्करी रोकी जा सके। डेमोक्रेटिक पार्टी इस प्रस्ताव पर तैयार नहीं है।