टि्वटर पर किया ट्रोल तो भड़के यशवंत सिन्हा, दिया कड़ा जवाब
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने सोशल मीडिया ट्रोल्स को कड़ा जवाब दिया है। रविवार (एक अप्रैल) को उन्होंने तल्ख लहजे में कहा है कि मुझे गाली देने के लिए जो इस सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें सात बार जन्म लेना पड़ेगा, तब जाकर वे मेरे जीवन की एक उपलब्धि से बराबरी कर सकेंगे। सिन्हा की यह टिप्पणी उनके बयान के बाद आई है, जिसमें बगैर नाम लिए उन्होंने कहा था कि वह मुझे निकाल नहीं सकते, क्योंकि वह मुझसे डरते हैं। सिन्हा यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात कर रहे थे। लोगों ने इसी पर उन्हें जमकर परेशान किया था। लिखा था कि आप अकेले नहीं है। भारत में बहुत सारे निरर्थक लोग हैं, इसलिए आप चिंता मत करिए। हर कोई ऐसे लोगों को झेलता है।
बता दें कि पूर्व वित्त मंत्री अक्सर पीएम की आलोचना करते रहते हैं। कभी लेख लिखकर वह सरकार की नीतियों को कोसते हैं तो कभी पीएम के फैसलों के लिए उन्हें इशारों में चेता देते हैं। हाल ही में सिन्हा ने महाराष्ट्र के मुंबई में मोदी विरोधी नेताओं के साथ बैठक की थी, जिसमें तय किया गया कि आगामी एक मई को राष्ट्र मंच की प्रथम सभा का आयोजन होगा। सिन्हा ने इस दौरान कहा था, “यह सरकार न्यायपालिका के साथ खिलवाड़ कर रही है। देश इससे बेहद चिंतित है।”
खुद पर आक्रामक होते ट्रोल्स पर को जवाब देते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, “आपकी गालियां बता रही हैं कि मैं अभी भी प्रासंगिक हूं।” अगले ट्वीट में वह लिखते हैं कि मुझे नहीं पता था कि एक साधारण-सा ट्वीट ढेर सारे कुत्तों को भौंकने पर मजबूर कर देगा।
बकौल वरिष्ठ भाजपा नेता, “मुझे गाली देने के लिए जो इस सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें सात बार जन्म लेना पड़ेगा, तब जाकर वे मेरे जीवन की एक उपलब्धि से बराबरी कर सकेंगे।”
एक अप्रैल यानी अप्रैल फूल दिवस को लेकर भी उन्होंने पीएम का नाम लिए बिना उन पर हमला बोला। अगले ट्वीट में लिखा, “सबको अप्रैल फूल बनाया।” अंत में उन्होंने कहा कि वह अपने शुभचिंतकों की सलाह पर अब ट्रोल्स का जवाब नहीं देंगे।