टीवी डिबेट में आचार्य के सामने हाथ जोड़ते रह गए कांग्रेस नेता, बोले- बीजेपी का पक्ष मजबूत मत कीजिए
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ समारोह में शामिल हुए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पाक सैन्य जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने को लेकर आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट तक उन पर बहस चल रही है। मंगलवार (21 अगस्त) को हिंदी समाचार चैनल नेटवर्क 18 पर इसी मुद्दे पर हुई डिबेट में कांग्रेस नेता अभय दुबे सिद्धू का पक्ष रख रहे थे लेकिन आध्यात्मिक गुरु के तौर पर मशहूर आचार्य प्रमोद कृष्णम के सवालों की झड़ी के आगे वह असहज दिखे और लाइव डिबेट में उनके आगे हाथ जोड़कर बोले, ”आप भारतीय जनता पार्टी का पक्ष मजबूत मत करिये।” कांग्रेस नेता कह रहे थे कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्व पाक पीएम नवाज शरीफ के गले मिले थे तो आपने सवाल खड़ा नहीं किया था उनकी बर्खास्तगी का तो सिद्धू को क्यों बर्खास्त किया जाना चाहिए? इस पर आचार्य कृष्णम ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के इस काम को भी गलत ठहराया था।
आचार्य कृष्णम लगातार सवाल किए जा रहे थे कि ”नवजोत सिंह सिद्धू में ऐसा क्या है? अगर नवजोत सिंह सिद्धू गलत काम करेंगे.. अगर इतनी बड़ी कांग्रेस पार्टी.. जिसका इतिहास शहादत से भरा हुआ है, आप नवजोत सिंह सिद्धू का बचाव करके इस देश की जनभावना का अपमान कर रहे हैं, आप नवजोत सिंह सिद्धू को बाहर निकालिए, तब सवाल करिये मोदी से।” इस दौरान कांग्रेस नेता कहते रहे, ”मैं हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं.. सुन लीजिए.. प्लीज सुनिए, आप भारतीय जनता पार्टी का पक्ष मजबूत मत करिये।”
#AarPaar पाकिस्तान प्रेम में शहीदों को भूले सिद्धू?
सिद्धू का पाकिस्तान प्रेम राहुल को क़ुबूल? @AMISHDEVGAN@AcharyaPramodk हम भाजपा से सवाल पूछेंगे लेकिन कांग्रेस सिद्धू को बर्खास्त करे pic.twitter.com/90JBugW0qW— News18 India (@News18India) August 21, 2018
समाचार चैनल के द्वारा ट्वीट किए गए करीब डेढ़ मिनट के वीडियो में कांग्रेस नेता आचार्य कृष्णम से उन्हें बोलने का मौका देने के लिए गुहार लगाते दिख रहे हैं लेकिन आचार्य के सवालों के आगे बेबस वह आखिर में एंकर से हस्तक्षेप के लिए कहते दिखते हैं। बता दें कि पाक जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने पर आलोचनाओं से घिरे सिद्धू प्रेस वार्ता कर सफाई भी दे चुके हैं। सिद्दू ने पूर्व भारतीय प्रधानमंत्रियों की पाक नेताओं से मुलाकातों का हवाला देते हुए कहा कि कहा बाजवा अचानक गर्मजोशी से आकर मिले और गुरुनानक की तारीफ में कुछ शब्द कहे तो उनके दिल से उमड़ी भावुकता के कारण वह उनसे गले मिले।