ट्रंप पर भारी पड़ रहीं कमला हैरिस! मिल्वौकी में फेंका ‘तुरुप का इक्का’ आया काम?

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक़ कमला हैरिस की उम्मीदवारी सामने आने के बाद से डेमोक्रेटिक पार्टी को अब तक 250 मिलियन का चुनावी चंदा मिला है. ये अपने आप में ये रिकॉर्ड है.

जो बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटने और कमला हैरिस के रेस में आने के बाद डेमोक्रेट्स के लिए ख़ुशख़बरी है. ख़ुशख़बरी ये है कि कमला हैरिस रिपब्लिकन उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप पर भारी पड़ती नज़र आ रही हैं. रॉयटर्स/ipsos ने जो सर्व किया है उसके मुताबिक़, कमला हैरिस रिपब्लिकन डॉनल्ड ट्रंप से आगे निकल गई हैं. हालांकि ये बढ़त महज़ दो फ़ीसदी का है लेकिन इस लिहाज़ है अहम है कि जो बाइडेन के उम्मीदवार रहते ट्रंप आगे चल रहे थे.

अब सर्वे में ट्रंप को जहां 42% फ़ीसदी की पसंद बताया गया है वहीं कमला हैरिस 44% फ़ीसदी की पसंद बन गई हैं. ये दो फ़ीसदी की बढ़त बड़ी बेशक न हो लेकिन इससे कमला हैरिस के पक्ष में नैरेटिव बनने में बड़ी मदद मिलेगी ऐसा कहा जा रहा है. हालांकि इस सर्वे में ये भी कहा गया है कि इसमें तीन फ़ीसद तक ग़लती की गुंजाइश यानि कि मार्जिन ऑफ़ एरर है.

हैरिस और ट्रंप को लेकर पहले भी सर्वे किए जा रहे थे इस संभावना कि वजह से कि जो बाइडेन मैदान से हटे तो कमला हैरिस डॉनल्ड ट्रंप के मुकाबले कहां ठहरेंगी. ऐसा ही एक सर्वे 15-16 जुलाई को किया गया था जिसमें हैरिस और ट्रंप दोनों को 44% फ़ीसदी वोट मिले थे जबकि 1-2 जुलाई को किए गए पोल में ट्रंप कमला हैरिस से एक फ़ीसदी से आगे थे. अब कमला हैरिस दो फ़ीसदी से आगे हो गईं हैं. जबकि जब बाइडेन मैदान में थे को वे अलग अलग सर्वे में ट्रंप से 2 से 5 फ़ीसदी तक पीछे चल रहे थे.

ज़ाहिर सी बात है कि टीम ट्रंप अब ताज़ा सर्वे को डाउन प्ले करने की कोशिश में है. उसकी दलील है कि शुरुआती तौर पर ऐसा होना लाज़िमी है क्योंकि हैरिस की उम्मीदवारी को बहुत अधिक मीडिया कवरेज मिल रहा है. इस लिहाज़ से देखें तो नज़र इस बात पर रहेगी कि कमला हैरिस क्या आने वाले समय में अपनी इस बढ़त को न सिर्फ़ बरकरार रखती हैं बल्कि क्या आगे भी बढ़ाती हैं.

वाशिंगटन पोस्ट के मुताबिक़ कमला हैरिस की उम्मीदवारी सामने आने के बाद से डेमोक्रेटिक पार्टी को अब तक 250 मिलियन का चुनावी चंदा मिला है. ये अपने आप में ये रिकॉर्ड है.

कमला हैरिस ने अपनी उम्मीदवारी के लिए ज़रूरी डेलीगेट्स के समर्थन का दावा कर चुकी हैं. सीएनएन और एपी के आकलन के भी मुताबिक़ हैरिस को आधिकारिक उम्मीदवारी के लिए 1976 डेलीगेट्स की जो ज़रुरत है वो उसे पार कर चुकी हैं. उनको इंडोर्स करने वाले नेताओं की तादाद बढ़ती जा रही है और उनके कैंपेन से जुड़ने वालों की तादाद भी.

उधर कमला हैरिस ने मिल्वाकी में अपने पहली कैंपेन रैली में ट्रंप पर ज़ोरदार हमला बोला है. कहा कि वे ट्रंप गर्भपात पर प्रतिबंध की नीति को रोकेंगी. उन्होंने कहा कि महिलाओं के शरीर पर महिलाओं का अधिकार है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि राष्ट्रपति बनने के बाद वे महिलाओं को गर्भपात को क़ानूनी हक़ बनाने वाले बिल पर दस्तख़त करेंगी. भीड़ ने इसका जम कर स्वागत किया. इससे लगता है टीम हैरिस गर्भपात के हक़ के संवेदनशील मुद्दे को एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है और ये डेमोक्रेटिक पार्टी को रिपब्लिकन ट्रंप पर और बढ़ता मौक़ा देगी.