ट्रेन लेट हुई तो नहीं होगा रेलवे अधिकारियों का प्रमोशन, पीयूष गोयल की चेतावनी
ट्रेनों के संचालन में देरी से परेशान रेलयात्रियों को राहत मिल सकती है।वजह कि अब ट्रेनों के देरी से चलने पर अफसरों का प्रमोशन लटक सकता है। खुद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यह चेतावनी दी है।रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सभी जोनल रेलवे के प्रमुखों को एक महीने में व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा है कि अगर ट्रेनों के चलने में देरी हुई तो अधिकारियों का प्रमोशन के लिए मूल्यांकन ठीक से नहीं होगा।
पिछले दिनों एक मीटिंग में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को साफ चेतावनी देते हुए कहा था कि मेंटीनेंस का बहाना बनाकर वे ट्रेन सेवाओं में देरी की जिम्मेदारी लेने से नहीं बच सकते। 2017-18 में रेलवे नेटवर्क में 30 प्रतिशत गाड़ियां देरी से चल रहीं हैं। उत्तरी रेलवे के महाप्रबंधक के क्षेत्र में 29 मई तक रेलगाड़ियों की समयबद्धता सिर्फ 49.59 प्रतिशत रही, जो पिछले साल की तुलना में 32.74 प्रतिशत कम रहा।
सूत्रों का कहना है कि रेलवे के जोन अपनी अक्षमता को छुपाने के लिए पटरियों की मरम्मत आदि के बहाने बना रहे हैं।मीटिंग में मौजूद सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने व्यक्तिगत रूप से हर जोनल हेड को बुलाया और ट्रेनों की देरी से संचालन पर जवाब-तलब किया। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मीटिंग के दौरान रेल मंत्री पीयूष गोयल से ट्रेनों की देरी पर सवाल किया था, उस दौरान समीक्षा में पता चला था कि पंक्चुअलिटी इंडेक्स में नार्दर्न रेलवे जोन सबसे फिसड्डी है।बहरहाल रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कह दिया है कि यदि 30 जून तक ट्रेनों का संचालन सही समय से नहीं शुरू हुआ तो रेलवे के जनरल मैनेजर्स के प्रमोशन रोक दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनरल मैनेजर की परफारमेंस रेटिंग्स डिले लिस्ट पर निर्भर करेगी।