डेरे की कमान किसको? राम रहीम की मां आज जेल जाकर बेटे का सुना सकती हैं अपना फैसला
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा राम रहीम सिंह को सीबीआई कोर्ट ने दो साध्वियों के साथ रेप करने के मामले में 20 साल की सजा सुनाई है। अभी बलात्कारी बाबा रोहतक की सुनेरिया जेल में बंद है। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा के सामने एक संकट आ गया है कि डेरे की कमान किसको दी जाए। डेरे की कमान को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं, कुछ लोग कह रहे हैं कि बाबा राम रहीम के बेटे जसमीत इंसां को डेरे की कमान सौंपा जाएगी, वहीं कुछ लोगों का कहना है कि बाबा की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत इंसां को डेरा प्रमुख बनाया जा सकता है। डेरा प्रमुख राम रहीम की मां नसीब कौर नहीं चाहतीं कि राम रहीम की पसंदीदा औरतों में से किसी को मिले डेरा सच्चा सौदा की कमान।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बलात्कारी बाबा राम रहीम सिंह की मां नसीब कौर ने मंगलवार को डेरा परिवार के साथ चर्चा करके अपने पौते जसमीत इंसां को डेरा प्रमुख बनाने का फैसला लिया है। लेकिन इसमें डेरा सच्चा सौदा की ही एक परंपरा बाधा सामने आएगी। डेरे की परंपरा है कि डेरा प्रमुख के परिवार का कोई भी सदस्य उसका प्रमुख नहीं बन सकता। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि साल 2007 में जब बाबा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी तो उसने अपने बेटे जसमीत इंसां को अपना उत्तराधिकारी बनाने की घोषणा की थी। बताया जा रहा है नसीब कौर बुधवार को अपने बेटे से सुनेरिया जेल में मिलकर अपना फैसला सुना सकती हैं।
सरी दावेदार के रूप में बाबा की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत इंसां को देखा जा रहा है। हनीप्रीत बाबा के साथ हर जगह दिखाई देती हैं। सीबीआई कोर्ट में जब बाबा को बलात्कारी करार दिया गया, तब भी हनीप्रीत उसके साथ थी। वहीं फिर चंडीगढ़ से जब बाबा को रोहतक जेल में हेलीकॉप्टर से लाया गया, तब भी वह उसके साथ दिखीं। इसके अलावा डेरे के हर एक काम में उन्हें बाबा के साथ देखा जाता रहा है। हनीप्रीत ने बाबा की मूवीज में भी साथ किया है। बताया जाता है कि डेरे में बाबा के बाद हनीप्रीत की ही सबसे ज्यादा चलती है।
डेरा प्रमुख के रूप में तीसरी दावेदार विपश्यना इंसां को बताया जा रहा है। विपश्यना इंसां डेरे का प्रबंधन संभालती हैं। इनके पास डेरा प्रबंधन समिति के चेयरपर्सन का पद है। इन्हें बाबा राम रहीम ने कुछ साल पहले यह जिम्मेदारी सौंपी थी। बाबा को बलात्कारी करार दिए जाने के बाद जब उनके समर्थक हिंसा पर उतर आए थे तो बिपासना ने ही डेरा प्रेमियों से हिंसा नहीं करने की अपील की थी।