ताकि आपकी सीएनजी कार में कभी न लगे आग, सेफ्टी के लिए ध्यान में रखें ये बातें

CNG, कंप्रेस्ड नेचुरल गैस अब ऑटोमोबाइल के लिए पसंदीदा फ्यूल बनता जा रहा है, यह पॉकेट फ्रेंडली होने के साथ-साथ एनवायरमेंट फ्रेंडली भी है। सीएनजी अभी तक के मौजूद फ्यूल्स में सबसे ज्यादा क्लीन फ्यूल है। दिल्ली में 6 अगस्त 2018 को एक किलो सीएनजी की कीमत 40.61 रुपए है। यह डीजल और पेट्रोल से काफी सस्ती है। सीएनजी का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। यह एक गैस है तो जाहिर है कि इससे कुछ खतरे भी होंगे। गैस में सबसे बड़ा खतरा आग लगने का होता है। आज हम आपको इसकी सेफ्टी से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं।

मेंटेनेंस की कमी: यह सीएनजी कारों में आग के प्रमुख कारणों में से एक है। नियमित समय पर कारों की जांच की जानी चाहिए। पुराने तारों में उनके इन्सुलेशन को खोने का खतरा होता है, जिससे शॉर्ट सर्किट होता है। प्री इंस्टॉल्ड सीएनजी किट की समय-समय पर जांच जरूरी है।

कार मालिक की लापरवाही: कार में धूम्रपान जैसी कुछ गतिविधियां, ज्वलनशील सामग्रियों को ले जाने, आपकी कार के पास फायरिंग क्रैकर्स, हीटर का लंबे समय तक उपयोग जोखिम भरा हो सकता है। सीएनजी में 540 डिग्री सेल्सियस का इग्निशन तापमान है, जो बहुत अधिक है।

अनऑथराइज्ड सीएनजी किट: कुछ कार मालिक अपनी कारों में सीएनजी किट फिट कराते हैं। पैसे बचाने के लिए लोग अक्सर सड़क के किनारे डीलरों और मिस्त्री से ऐसा कराते हैं। हालांकि, खराब क्वालिटी की किट और अनुचित फिटिंग रिसाव का कारण बन सकती है, जिसके परिणामस्वरूप आग लगती है।

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