‘तुम जितने डिफमेशन नोटिस भेजोगे, हर शहर में जाकर राफेल स्कैम पर बोलूंगी’ कांग्रेस प्रवक्ता का हमला
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने राफेल डील को लेकर कहा कि उनकी और उनके पार्टी की आवाज को जितना दबाने की कोशिश की जाएगी, वे इस मामले पर उतना ही अधिक मुखर होंगी। गोवा में सोमवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मामले में सरकार पर कई हमले किये। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, “राफेल डील पर पूछे गए हमारे सवालों का अभी भी जवाब नहीं मिला है। आखिर एयरक्राफ्ट की संख्या 126 से 36 क्यों कर दी गई? आखिर कीमतें तीन गुणा क्यों बढ़ाई गई? क्यों सभी नियम कानूनों को ताक पर रख दिया गया? कोई तकनीकी हस्तांतरण क्यों नहीं? इसके साथ ही उन्होंने गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर पर विवादित राफेल डील को लेकर चुप रहने का आरोप लगाया। उनकी चुप्पी पर सवाल उठाया। प्रियंका ने कहा कि राफेल डील का मुद्दा उठाने के लिए मानहानि नोटिस भेजकर आवाज बंद करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन कांग्रेस इस मसले पर चुप नहीं रहने वाली है। गोवा कांग्रेस ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है और कहा है, “तुम जितने डेफमेशन नोटिस भेजोगे, हर शहर जाकर राफेल स्कैम पर बोलूंगी।” प्रियंका चतुर्वेदी ने इस ट्वीट को रिट्वीट किया है।
दरअसल, प्रियंका चतुर्वेदी का यह बयान उद्योगपति अनिल अंबानी द्वारा राफेल लड़ाकू विमान के बारे में नेशनल हेराल्ड अखबार में छपे एक लेख पर आपत्ति जताते हुए अखबार पर 5000 करोड़ रुपये के मानहानि का केस करने के बाद आया है। इस लेख में राफेल फाइटर जेट डील को ‘अपमानजनक’ करार दिया गया था। मानहानि का पहला मुकदमा नेशनल हेराल्ड के पब्लिशर एसोसिएट जर्नल लिमिटेड और इसके एडिटर इंचार्ज जफर आगा और आर्टिकल के लेखक विश्वदीपक के खिलाफ दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरा मुकदमा कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति गोहिल द्वारा अनिल अंबानी की कंपनी और राफेल फाइटर जेट डील को लेकर की गई बयानबाजी के चलते दर्ज कराया गया है।
बता दें कि कांग्रेस, मोदी सरकार और फ्रांस सरकार के बीच हुई राफेल डील में घोटाले का आरोप लगा रही है। साथ ही कांग्रेस ने इस डील में रिलायंस डिफेंस जैसी नई कंपनी को शामिल करने पर भी सवाल उठाए हैं।