तेज प्रताप यादव का दावा- हथियारबंद शख्स छोड़ने को राजी न था, बीजेपी-आरएसएस मुझे मारना चाहते हैं
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि ये दोनों ही संगठन उन्हें मारना चाहते हैं। हाल ही में जब वह महुआ जा रहे थे, तब एक हथियारबंद शख्स ने उन्हें पकड़ लिया था और वह उन्हें छोड़ने को राजी नहीं था। आपको बता दें कि तेज, लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे हैं और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं।
बुधवार (23 अगस्त) को उन्होंने पत्रकारों से ताजा मामले को लेकर बातचीत की। दावा करते हुए बोले, “महुआ जाते वक्त एक हथियारबंद शख्स ने मेरा हाथ पकड़ लिया था। वह मुझे छोड़ने को राजी नहीं था। यह मुझे मारने के लिए भाजपा और आरएसएस की साजिश है। यहां विधायक और मंत्री सुरक्षित नहीं हैं, तो आम लोग कैसे महफूज होंगे? हमलावर को अभी पड़का जाना बाकी है।”
बकौल तेज प्रताप, “शख्स उनके पास हाथ मिलाने का बहाना बना कर आया था। वह हथियार भी लिए था।” उन्होंने इसके अलावा आरोप लगाया कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेज प्रताप हाजीपुर होते हुए महुआ जा रहे थे। बीच रास्ते में कुछ समर्थकों से भी मिले थे। तभी हथियारबंद एक युवक उनके पास आया और हाथ मिलाने लगा। घटना के कुछ पल बाद सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सूत्रों का कहना है कि उसे पुलिस ने पकड़ लिया है और पूछताछ जारी है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब तेज प्रताप की सुरक्षा व्यवस्था में चूक का मामला सामने आया हो। उन्होंने कुछ दिन पहले अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ में रिक्शा-ट्रैक्टर की सवारी की थी। उस दौरान भी उनका सुरक्षा घेरा टूटता दिखा था। वहीं, पटना में भी कुछ रोज पहले साइकिल चलाते वक्त वह सुरक्षा दस्ते की गाड़ी से टकराकर गिर गए थे।