थरूर के मुंह से PM मोदी की तारीफ सुन कांग्रेस को क्यों लगी मिर्ची? उदित राज ने ये क्या कह दिया

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल किसी भी तरह के आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने का भारत का मजबूत संदेश लेकर मंगलवार को लैटिन अमेरिकी राष्ट्र पनामा (Shashi Tharoor In Pnama) पहुंचा. कांग्रेस नेता ने आज पनामा सिटी में एक सभा को संबोधित करते हुए आतंकियों के खिलाफ देश के रुख को बताया और सरकार के कदमों की तारीफ की तो ये बात कांग्रेस को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई. उदित राज ने शशि थरूर को ही निशाने पर ले लिया.
शशि थरूर पर उदित राज का हमला
शशि थरूर के मुंह से केंद्र सरकार की तारीफ कांग्रेस को बिल्कुल भी पसंद नहीं आई. थरूर की टिप्पणी पर उनकी पार्टी के नेता उदित राज ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ANI से कहा कि वह बीजेपी के सुपर प्रवक्ता हैं. वह मोदी जी की चमचागिरी बीजेपी नेताओं से ज्यादा कर रहे है. क्या उन्हें पता भी है कि पहले की सरकारें क्या करती थीं? केंद्र सरकार भारतीय सशस्त्र बलों का श्रेय ले रही हैं. शशि थरूर बीजेपी के प्रचार स्टंट के प्रवक्ता बन गए हैं.
शशि थरूर ने पनामा में कहा कि भारत को निशाना बनाने वाले आतंकियों को हाल के सालों में एहसास हो गया कि उन्हें अपने किए की कीमत चुकानी पड़ेगी. हम करीब चार दशकों से लगातार हमले झेल रहे हैं. हमें यह स्वीकार नहीं कि हम दर्द, दुख, घाव, नुकसान सहते रहें और फिर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहें कि देखिए हमारे साथ क्या हो रहा है, प्लीज हमारी मदद करें. प्लीज अपराधियों की पहचान करें और उन पर मुकदमा चलाएं. इसके साथ ही उन्होंने आतंकियों के खिलाफ उठाए गए सरकार के कदम के बारे में भी बताया.
जब थरूर ने पाकिस्तान को सुनाया
कांग्रेस नेता थरूर ने पनामा में 2008 मुंबई आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के पास सभी सबूत थे. हमने एक आतंकवादी को जिंदा भी पकड़ा था. अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने के लिए एक बहादुर पुलिसकर्मी ने अपनी जान तक दे दी. आतंकी की पहचान, उसके घर, उसके पते, पाकिस्तान में उसके गांव की पहचान की गई. सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पश्चिमी खुफिया एजेंसियों के पास भी पाकिस्तानी निर्दयी हैंडलर की खौफनाक आवाज की रिकॉर्डिंग थी, जो मुंबई में हत्यारों को हर मिनट निर्देश दे रहा था. हत्याओं के समय सभी सबूत और डोजियर तैयार किए गए थे, क्या हुआ? क्या एक भी व्यक्ति पर मुकदमा चलाया गया, दोषी ठहराए जाने की बात तो दूर? जवाब है नहीं. दुख की बात है कि पाकिस्तान ने आतंक को बढ़ावा देने की नीति अपनाई है.