दिग्विजय सिंह ने जताया खेद, पसीजे नितिन गडकरी: मानहानि केस वापस लिया
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और केंद्रीय सड़क मार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से अपने पूर्व में दिये गये बयानों पर खेद जताया है। दिग्विजय सिंह द्वारा खेद जताने के बाद अब केंद्रीय मंत्री ने उनपर से मानहानि का मुकदमा वापस ले लिया है। दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में दोनों पक्षों ने सुलह के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये। दिग्विजय सिंह ने कहा कि नितिन गडकरी को लेकर दिए गए बयान पॉलिटिकल हीट में दिए गए थे। इसमें कोई तथ्य नहीं है। इस मामले में नितिन गडकरी और दिग्वजिय सिंह ने संयुक्त रुप से कोर्ट में अर्जी लगाकर केस को खत्म करने की गुजारिश की थी जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।
क्या था मामला? दरअसल साल 2014 में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नितिन गडकरी पर आरोप लगाया था कि नितिन गडकरी के अपनी पार्टी सांसद अजय संचेती के साथ व्यावसायिक संबंध हैं। उस वक्त दिग्विजय सिंह ने कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित रुप से हुई गड़बड़ियों में नितिन गडकरी पर आरोप लगाए थे। दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि गडकरी ने संचेती को कोयला ब्लॉक आवंटन के जरिए 490 करोड़ रुपए कमाए। जबकि गडकरी ने दिग्विजय सिंह के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा था कि वो किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार का कोल ब्लॉक आवंटन कराने के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
माफी मांगने की मची है होड़: आपको याद दिला दें कि पिछले कुछ महीनों से अलग-अलग पार्टी नेताओं के बीच माफी मांगने की होड़ मची है। हाल ही में आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने केंद्रीय वित्त मंत्री से माफी मांगी है। कुमार विश्वास ने दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में हुए कथित घोटालों को लेकर वित्त मंत्री पर आरोप लगाए थे जिसके बाद अरुण जेटली ने उनपर मानहानि का मुकदमा ठोक दिया था। लेकिन इस मामले में कुमार के माफी मांगने के बाद दोनों पक्षों में सुलह हो गया। उससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने भी इसी मामले में केंद्रीय वित्त मंत्री से माफी मांग ली थी। अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से भी माफी मांगी थी।