दिल्ली- प्रदूषण में कमी नहीं, पर आज से खुले स्कूल
दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के कारण बंद किए गए सभी स्कूल सोमवार को खुल रहे हैं। यह दीगर बात है कि राजधानी और आसपास के इलाकों में प्रदूषण की स्थिति अब भी लगातार गंभीर बनी हुई है। ट्रकों की आवाजाही पर रोक लगाने से लेकर पार्किंग शुल्क में वृद्धि किए जाने के बावजूद दिल्ली की हवा जहरीली बनी हुई है। प्रदूषण से निपटने के लिए निजी चारपहिया वाहनों पर लगाम लगाने वाली सम-विषम योजना को सरकार ने पहले ही वापस ले लिया है। कहा जा रहा है कि सरकार अब राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) से यह गुहार लगाएगी कि योजना के तहत दोपहिया वाहनों व महिला वाहन चालकों को दी गई छूट को बरकरार रखा जाए।
दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते आदेश जारी कर 9 व 10 नवंबर को राजधानी के सभी स्कूलों को बंद रखने को कहा था। उसके बाद शनिवार व रविवार को साप्ताहिक अवकाश होने की वजह से स्कूल वैसे ही बंद रहे। लेकिन रविवार को सरकार की ओर से स्कूलों की छुट्टी को आगे बढ़ाने संबंधी कोई भी आदेश नहीं जारी किया गया। प्राथमिक स्कूलों को लेकर भी सरकार ने कोई सूचना जारी नहीं की है। जाहिर है कि सोमवार को सभी स्कूल खुल जाएंगे। सरकार की ओर से स्कूलों को पहले ही आदेश जारी किए जा चुके हैं कि प्रदूषण के मद्देनजर बच्चों को स्कूल से बाहर होने वाली खेलकूद जैसी गतिविधियों से दूर रखा जाए। उन्हें कक्षा से बाहर नहीं निकलने दिया जाए। समझा जा रहा है कि ये तमाम निर्देश लागू रहेंगे।
प्रदूषण की इस खतरनाक स्थिति से निपटने को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। प्रदेश कांग्रेस के मुखिया अजय माकन का कहना है कि यह बेहद अफसोस की बात है कि पिछले साल के अनुभव के बावजूद दिल्ली सरकार ने इस साल प्रदूषण से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की। उन्होंने कहा कि प्रदूषण से निपटने के नाम पर यह सरकार सम-विषम योजना की घोषणा तो कर देती है, लेकिन यात्रियों को विकल्प उपलब्ध कराने के लिए उसके पास बसें नहीं हैं। दूसरी ओर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की खराब हालत के मद्देनजर इसके यात्रियों की संख्या में लगातार गिरावट देखी जा रही है। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का कहना है कि आम आदमी पार्टी की निष्क्रियता से दिल्ली गैस के गुब्बारे में तब्दील हो गई है। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि दिल्ली किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार नहीं है।