दिल्ली बजट 2018: शिक्षा के लिए आवंटित किए गए 13,997 करोड़ रुपये
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की केजरीवाल सरकार ने गुरुवार को वित्त वर्ष 2018-19 का बजट पेश किया। दिल्ली का कुल बजट 53,000 करोड़ रुपये का है जिसमें से 13,997 करोड़ शिक्षा के लिए आवंटित किए गए हैं। यह दिल्ली सरकार के बजट का 26 फीसदी है। दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को यह घोषणा की। बजट भाषण में सिसोदिया ने कहा कि लगातार तीसरी बार कुल बजट का 25 फीसदी हिस्सा शिक्षा के लिए आवंटित किया गया है। सिसोदिया ने यह भी कहा कि सरकारी स्कूलों के सभी शिक्षकों को टैबलेट उपलब्ध दिए जाएंगे ताकि उन्हें छात्रों का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखने में आसानी हो। सरकारी स्कूल्स में नया पाठ्यक्रम लाने की भी बात कही गई है। साथ ही मिशन बुनियाद लॉन्च करने की बात कही गई है जिसका लक्ष्य 1 से 8वीं कक्षा तक के छात्रों की पढ़ने और गणित के कौशल बढ़ाने का होगा।
स्कूल्स में 1 लाख 20 हजार सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात भी कही गई है। एक स्कूल में 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। इसके अलावा राज्य सरकार ने SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक समुदाय के 18 वर्ष तक की उम के छात्रों के लिए फिक्सड डिपोडिट योजना लाने का भी ऐलान किया है। बजट के अन्य प्रमुख बिंदुओं की बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण पर खास ध्यान देने की कोशिश की गई है। इसके लिए रेस्तरां में गैस तंदूर में सब्सिडी, सभी स्ट्रीट लाइटों को एलईडी से बदलने और 1,000 विद्युत बसें चलाने जैसी घोषणाएं हैं। वहीं मुफ्क वाईफाई के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। यह परियोजना 2016 में शुरू की गई थी लेकिन सफल नहीं हो सकी थी।
इसके दिल्ली सरकार ने 6,729 करोड़ रुपये स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटित किए हैं, जो कुल बजट का 12.7 फीसदी है। मनीष सिसोदिया ने विधानसभा को बताया कि यह आवंटन 2017-18 के मुकाबले 12 फीसदी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि 403 करोड़ रुपये मोहल्ला क्लिनिक व पॉलीक्लिनिक के लिए आवंटित किए गए है। इसके साथ ही 15 करोड़ रुपये की राशि से मोबाइल वैन क्लिनिक भी स्थापित किए जाएंगे।