दिल्ली महिला आयोग का फैसला, विशेषज्ञ समिति करेगी दिल्ली के सभी आश्रय गृहों की विस्तृत जांच
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) ने राजधानी में महिलाओं और बच्चियों के आश्रय गृहों की विस्तृत जांच का फैसला लिया है। आयोग ने इसके लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाई है जिसमें विद्वान, वकील, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता होंगे। समिति तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। डीसीडब्लू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि मुजफ्फरपुर और देवरिया की घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यह समय की मांग है कि देश में संचालित सभी आश्रय गृहों की व्यापक जांच की जाए। आयोग के मुताबिक समिति के पास सरकार द्वारा और निजी संस्थानों द्वारा संचालित महिलाओं और बच्चियों के आश्रय गृहों की स्थिति की जांच करने का अधिकार होगा।
यह विशेषज्ञ समिति इन आश्रय गृहों में महिलाओं और लड़कियों की स्थिति, सुरक्षा, सुविधाओं और उनके पुनर्वास के लिए आश्रय गृहों द्वारा किए गए कार्यों का जायजा लेगी और एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। जहां तक संभव होगा महिलाओं और लड़कियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश करेंगे। मालीवाल ने कहा,‘आयोग ने स्वयं दिल्ली सरकार द्वारा संचालित कई आश्रय गृहों का दौरा किया है। आयोग ने शिकायतों पर निजी संस्थानों द्वारा संचालित कई आश्रय गृहों का भी दौरा किया है। यह समिति इन आश्रय गृहों की एक व्यापक जांच करेगी।