दिल्ली यातायात पुलिस ने महीने भर में वसूला 54 हजार जुर्माना
राजधानी दिल्ली की सड़कों पर बेतरतीबी से वाहन खड़ा करने वालों को रोकने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस अन्य एजंसियों के साथ मिलकर अभियान चला रही है। इनमें नगर निगम, एनडीएमसी और अन्य एजंसियां शामिल हैं। अभियान के तहत इस तरह की गाड़ियां जब्त की जा रही हैं, उनके मालिकों को नोटिस भेजे जा रहे हैं और जुर्माना वसूला जा रहा है। यातायात पुलिस का कहना है कि सिविक एजंसियों की तुलना में पुलिस जुर्माना और अन्य दंड ज्यादा दे रही है।
यातायात पुलिस की संयुक्त आयुक्त गरिमा भटनागर ने दिल्ली के 28 कॉरिडोर्स पर महीने भर चलाए गए इस अभियान के आंकड़े दिए हैं। इसके मुताबिक, अवैध तरीके से गाड़ी खड़ी करने वाले लोगों से 54100 रुपए जुर्माना वसूलने का दावा किया गया, जबकि सिविक एजंसियां 44400 रुपए वसूले। तुलनात्मक रूप से यातायात पुलिस ने 75 गाड़ियां उठार्इं जबकि सिविक एजंसियों ने 33 गाड़ियां उठार्इं।
चालान के मामले में यातायात पुलिस ने 364 चालान काटे, जबकि एजंसियों ने सिर्फ 33 ही किए। नोटिस के मामले में भी दिल्ली यातायात पुलिस ने 162 गाड़ियों को नोटिस भेजे, जबकि सिविक एजंसियां किसी को नोटिस नहीं भेज सकीं। इस पूरी कार्रवाई में पुलिस के 153 जवान व अधिकारी लगे रहे, जबकि सिविक एजंसियों के कुल 9 कर्मचारी ही मुस्तैद दिखे। गाड़ी उठाने में भी पुलिस की 25 क्रेनें लगाई गई थीं, जबकि एजंसियों की आठ क्रेनें ही काम कर रही हैं।