दिल्ली सचिवालय की छत पर चढ़ गए विपक्षी विधायक, मोदी सरकार पर बरसी AAP

राजधानी दिल्ली के सीएम हड़ताल पर हैं और जनता भगवान भरोसे। इस बीच दिल्ली सचिवालय में सीएम के दफ्तर में धऱना दे रहे आम आदमी पार्टी के बागी विधायक (14 जून) गुरुवार को सचिवालय के छत पर चढ़ गए। बागी विधायकों के साथ विपक्षी पार्टी के सदस्य भी सचिवालय की छत पर मौजूद थे। सचिवालय की छत पर चढ़कर सभी विधायकों ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। इतना ही नहीं सचिवालय की छत पर चढ़े विपक्षी विधायकों ने एक बैनर भी वहां लटका दिया। इस बैनर पर लिखा था-‘ दिल्ली सचिवालय। यहां कोई हड़ताल नहीं है, दिल्ली के लोग ड्यूटी पर हैं। दिल्ली के सीएम छुट्टी पर हैं।
विपक्षी पार्टी के नेताओं के सचिवालय के छत पर चढ़ने से आम आदमी पार्टी बुरी तरह नाराज हो गई। पार्टी नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर इस घटना का विरोध किया। संजय सिंह ने लिखा कि ‘दिल्ली सचिवालय पर भाजपा ने क़ब्ज़ा कर लिया है, क्या प्रधानमंत्री के कार्यालय पर कोई भी ऐसे जाकर क़ब्ज़ा कर सकता है ? बैनर लहरा सकता है? दिल्ली पुलिस कहाँ हैं अब तक इन लोगों पर कोई कार्यवाही क्यों नही हुई’? बहरहाल सचिवालय के छत पर चढ़े बागी नेताओं और विपक्षी पार्टी के सदस्यों का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में नेता सचिवालय की छत से बैनर लटकाते नजर आ रहे हैं।
CM अरविंद केजरीवाल के दफ़्तर के बाहर धरने पर बैठे ‘आप’ के बाग़ी विधायक कपिल मिश्रा और विपक्ष के सभी एमएलए सचिवालय की छत पर चढ़ गए और केजरीवाल के ख़िलाफ़ करीब दो मंज़िल का पोस्टर लगा दिया| जानिए क्या लिखा था उस पोस्टर में, @abhishekanandji की इस #ReporterDiary में pic.twitter.com/d06by2yImg
— आज तक (@aajtak) June 14, 2018
आपको बता दें कि आईएएस अफसरों की हड़ताल खत्म करवाने एवं काम पर नहीं लौटने वाले आईएएस अफसरों पर कार्रवाई की मांग को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल एवं कैबिनेट के कुछ सहयोगी दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के दफ्तर के वेटिंग रुम में धरने पर डटे हुए हैं। धरने में मौजूद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने वहां भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। यह धरना बीते 11 तारीख की शाम से शुरु हुआ है। इस बीच बुधवार (13 जून) को कपिल मिश्रा और विजेंद्र सिंह समेत आम आदमी पार्टी के कुछ बागी विधायक सीएम केजरीवाल के कार्यालय में धरने पर बैठ गए। बागी विधायक केजरीवाल से धरना खत्म करने एवं काम पर लौटने की मांग कर रहे हैं।