दुनिया का सबसे कंजूस भारतीय गेंदबाज, लगातार 21 ओवर मेडेन फेंक कर बना दिया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
क्रिकेट में हमेशा से ही गेंदबाजों के मुकाबले बल्लेबाजों ने ज्यादा रिकॉर्ड बनाया है। खासतौर पर टी-20 के आगमन के बाद से तो गेंदबाजों की हालत पहले से भी ज्यादा खराब हो गई है। लेकिन दुनिया में अभी भी कुछ ऐसे गेंदबाज हैं जो बल्लेबाजों के ऊपर हावी होने का दम रखते हैं। भारतीय टीम में भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज के आ जाने से टीम को एक अलग तरह की पहचान मिली है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे भारतीय गेंदबाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने लगातार 21 ओवर मेडन डालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया था। यह रिकॉर्ड आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है, जिसे शायद ही कोई तोड़ पाए। दरअसल, 1964 में इंग्लैंड की क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर आई थी। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 457 रन का स्कोर बनाया। इसके जवाब में इंग्लैंड टीम ने अपनी पारी काफी धीरे खेलना शुरू किया और लास्ट में मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ।
दूसरे दिन के खेल खत्म होने तक इंग्लैंड ने दो विकेट खोकर 63 रन बनाए थे। जब इससे आगे मैच तीसरे दिन शुरू हुआ तो भारत की तरफ से पहली बार बापू नाडकर्णी ने गेंदबाजी का भार संभाला। नाडकर्णी अपनी गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को बांधने में कामयाब रहे। इंग्लैंड ने मैच के तीसरे दिन अपने स्कोर 63/2 से आगे खेलना शुरू किया। लेकिन काफी समय तक उनके खाते में रन आए ही नहीं। इसकी वजह थे नाडकर्णी।
इंग्लैंड का तीसरा विकेट 116 रन पर गिरा लेकिन इस दौरान नाडकर्णी ने लगातार 21 मेडन ओवर फेंकर एक वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। बापू नाडकर्णी ने इस मैच में कुल 29 ओवर डाले, जिसमें उन्होंने 26 मेडंस के साथ तीन रन खर्च किए। हालांकि इस दौरान उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।