दुनिया के सबसे विकसित देशों में शुमार, पर यहां हर आठवीं महिला रेप की शिकार
एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि अपनी कुल आबादी 12 फीसदी में से करीब 40 लाख फ्रेंच महिलाओं को जीवन में एक बार बलात्कार का शिकार होना पड़ा है। बीबीसी की खबर के मुताबिक पेरिस में काम करने वाले एक थिंक टैंक जीन जीरस फाउंडेशन के अध्ययन के मुताबिक 43 फीसदी महिलाओं को बिना उनकी मर्जी के यौन स्पर्श का शिकार होना पड़ा है। दूसरे देशों की तरह फ्रांस की महिलाओं ने भी हाल के कुछ महीनों में यौन अपराधों के खिलाफ बोलने के लिए के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। कई महिलाओं ने अपना अनुभव हैशटैग #Balancetonporc (”rat on your pig”) के साथ जाहिर किया। मुहिम उस वक्त शुरू हुई थी जब पिछले साल अक्टूबर में हॉलीवुड फिल्में बनाने वाले हार्वे वीनस्टीन के खिलाफ रेप के आरोप लगे थे। शुक्रवार (23 फरवरी) को फ्रेंच में प्रकाशित 2000 महिलाओं पर किए गए सर्वे की रिपोर्ट का लक्ष्य फ्रांस में यौन उत्पीड़न और हिंसा की सीमा का आकलन करना बताया गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि 12 फीसदी महिलाओं ने कहा कि उनका रेप हुआ है। 58 फीसदी महिलाओं ने बताया कि वे हैरान करने वाले प्रस्ताव के लिए निशाने पर रहीं और 43 फीसदी महिलाओं ने कहा कि उनकी मर्जी के बिना उन्हें यौन स्पर्श का सामना करना पड़ा। अध्ययन में 50 फीसदी महिलाओं ने यह भी बताया कि उन्हें सेक्सिस्ट कमेंट्स का सामना करना पड़ा। कई महिलाओं ने कहा कि उन्हें ऐसे अनुभव का सामना कई बार करना पड़ा। रिपोर्ट में पीड़ितों के जरिये भारी परिणामों और लंबे समय तक के नतीजों पर प्रकाश डाला गया है। ‘rat on your pig’ मुहिम के जरिये फ्रांस में राष्ट्रीय स्तर की बहस शुरू हुई।
पिछले महीने फ्रेंच अभिनेत्री कैथरीन डेनेयूव उन 100 महिलाओं में से एक थीं जिन्होंने अब तक की मुहिम को लेकर लिखे गए एक खुले खत में हस्ताक्षर किए थे। यह नए तरीके के नैतिकतावाद और पुरुषों के द्वारा महिलाओं के कष्ट देने के प्रति आगाह करता है। लैंगिक समानता के लिए फ्रांस की मंत्री मार्लेन शियाप्पा ने ‘balance ton porc’ और ‘Mee Too’ जैसी मुहिमों का मुखर रूप से बचाव किया है।