दूसरी महिला के साथ था अफेयर, पत्नी को ले गया महाकुंभ फिर होटल में काट दिया गला

दिल्ली के त्रिलोकपुरी से एक शख्स अपनी पत्नी को लेकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में पहुंचा. इस दौरान पति ने महाकुंभ में बिताए बेहतरीन पलों की वीडियो रिकॉर्डिंग की, तस्वीरें खींची और उसे अपने बच्चों के पास घर भेजता रहा. इसके जरिए पति की कोशिश अपने परिवार तक दोनों के बीच सुखद रिश्तों की तस्वीर पेश करना था. पति-पत्नी ने रात बिताने के लिए एक होमस्टे किराये पर लिया. हालांकि अगली सुबह पत्नी का खून से लथपथ शव कमरे में पड़ा हुआ था. प्रयागराज पुलिस ने 18 फरवरी की रात को प्रयागराज के झूंसी इलाके में घटी इस वारदात को 48 घंटे में सुलझा लिया और पत्नी की नृशंस हत्या के मामले में आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, प्रयागराज पुलिस को 19 फरवरी की सुबह झूंसी थाना इलाके में आने वाले आजाद नगर कॉलोनी में एक होमस्टे के बाथरूम में 40 साल की एक महिला का खून से लथपथ शव मिलने की सूचना मिली थी. घटनास्थल पर पहुंचने पर पुलिस ने पाया कि महिला का गला किसी धारदार हथियार से काटा गया है.
शुरुआती जांच में सामने आया कि महिला पिछली रात ही एक शख्स के साथ होमस्टे में पहुंची थी. दोनों ने खुद को पति-पत्नी बताया था. हालांकि होमस्टे के मैनेजर ने पहचान की पुष्टि नहीं की थी और न ही दोनों से कोई प्रमाण पत्र लिया था. हालांकि दोनों को एक कमरा दे दिया था. अगली सुबह होमस्टे मैनेजर को इस भयानक घटना का पता चला तो पुलिस को सूचित किया गया.
इस तरह से हुआ खुलासा
पुलिस जांच में पता चला कि महिला 18 फरवरी को अपने पति के साथ दिल्ली से प्रयागराज पहुंची थी. पुलिस ने महिला की तस्वीरों को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और समाचार पत्रों में प्रकाशित की गई. पुलिस की यह कोशिश रंग लाई और महिला के एक रिश्तेदार ने उसकी पहचान की.
पीड़िता की पहचान दिल्ली के त्रिलोकपुरी निवासी अशोक कुमार की पत्नी मीनाक्षी के रूप में हुई. मृतक महिला के भाई प्रवेश कुमार महिला के दो बेटों अश्विनी और आदर्श के साथ प्रकाशित तस्वीरों को देखने के बाद प्रयागराज पहुंचे. झूंसी पुलिस स्टेशन में उन्होंने पहचान की. इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति अशोक कुमार का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने से पहले उसके खिलाफ मामला दर्ज किया.
ऐसे दिया अपराध को अंजाम
पूछताछ के दौरान अशोक कुमार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसने खुलासा किया कि वह तीन महीने से अपनी पत्नी की हत्या की साजिश रच रहा था. सफाई कर्मचारी अशोक का एक महिला से अफेयर था, जिसके कारण उसने अपनी पत्नी की हत्या करने की साजिश रची थी.
अशोक 17 फरवरी को महाकुंभ के लिए मीनाक्षी के साथ दिल्ली से चला था. अगले दिन दोनों झूंसी पहुंचे और एक होमस्टे में कमरा बुक किया. रात होते ही दोनों के बीच बहस छिड़ गई, जब मीनाक्षी बाथरूम में गई तो अशोक ने मौके का फायदा उठाकर उस पर पीछे से हमला किया और चाकू से उसका गला काट दिया. फिर उसने खून से सने अपने कपड़े बदले और उसमें चाकू को लपेटा और सबूतों को नष्ट कर दिया.
पिता की बातों पर हुआ शक
अशोक ने अपने बेटे को बुलाया और झूठा दावा किया कि मीनाक्षी महाकुंभ के दौरान भीड़ में लापता हो गई. उसने चिंता जताते हुए अपने बच्चों को बताया कि उसने मीनाक्षी को ढूंढा लेकिन वह नहीं मिली. हालांकि अपने पिता की बातों पर संदेह के बाद अश्विन 20 फरवरी को अपनी मां की तस्वीर के साथ महाकुंभ पहुंचा और तलाश शुरू की. वहीं पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले और सबूत एकत्रित करना जारी रखा.
हत्या से ठीक एक दिन पहले 18 फरवरी को अशोक ने अपना और मीनाक्षी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया था, जिसमें दोनों पवित्र स्नान करते दिख रहे थे.
निगरानी फुटेज और फोरेंसिक रिपोर्ट के साथ अशोक के विरोधाभासी बयान उसकी गिरफ्तारी का कारण बने.