दूसरे बैंक का एटीएम कर रहे इस्तेमाल? देना पड़ सकता है ज्यादा चार्ज
एटीएम का इस्तेमाल करना आपकी जेब पर और बोझ बढ़ा सकता है। अब एटीएम ऑपरेटर्स ने एटीएम से ट्रांजैक्शन के लिए ज्यादा इंटरचेंज रेट की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसा होने से वह RBI के दिशा निर्देशों का पालन कर सकें। अभी एक बैंक के डेबिट कार्ड से दूसरे बैंक के एटीएम से एक महीने में 3 बार पैसे निकालने पर कोई चार्ज नहीं लगता है। वहीं 3 बार से ज्यादा निकालने पर 20 रुपए टैक्स देना पड़ता है। यह करीब 23 रुपए हो जाता है। वहीं बैलेंस चैक या दूसरे नॉन कैश ट्रांजैक्शन पर 5 रुपए चार्ज करते हैं। कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री (सीएटीएमआई) ने मांग की है कि एटीएम से ट्रांजैक्शन करने पर चार्ज कम से कम 3 रुपये से 5 रुपये बढ़ना चाहिए, जिससे एटीएम ऑपरेटर्स बढ़ती महंगाई में अपनी लागत निकाल सकें। सीएटीएमआई के डायरेक्टर के श्रीनिवास का कहना है कि महंगाई लगातार बढ़ रही है। आरबीआई ने काफी सख्त गाइडलाइंस जारी की है। इन्हें पूरा करने के लिए चार्ज बढ़ाने चाहिए, जिससे एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स की कुल लागत में बढ़ोतरी होगी।
ये हैं आबीआई की गाइडलाइन
एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स पास 300 कैश वैन का बेड़ा होना चाहिए।
एक वैन में एक ड्राइवर, 2 गार्ड और कम से सम 2 गनमैन जरूर होने चाहिए।
एटीएम सर्विस प्रोवाइडर्स की सभी कैश वाहन जीपीएस से लैस होने चाहिए।
गाड़ियों में जीपीएस होने से गाड़ियों की निगरानी करने में आसानी रहेगी। इससे अगर कोई दिक्कत होगी तो पास के पुलिस स्टेशन में मैसेज दिया जा सकेगा।
आपको बता दें कि स्टेट बैंक ने पिछले महीने ही अपने यूजर्स के लिए एक बहुत ही खास सर्विस पेश की थी। इससे यूजर अपने डेबिट कार्ड को लॉक, अनलॉक और ब्लॉक कर सकते हैं इसके अलावा यूजर अपने डेबिट कार्ड का नया पिन भी जेनरेट कर सकते हैं। इसके लिए एसबीआई का नया क्विक ऐप अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल करना होगा। यूजर को अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से ही इसमें रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिस फोन नंबर से ग्राहक की नेट बैंकिंग चालू हैं, उस नंबर को डाउनलोड किए गए ऐप में डालना होगा। यह ऐप एक प्रकार से ग्राहक के एटीएम कार्ड को कंट्रोल करता है। एप गूगल के प्लेस्टोर पर उपलब्ध है।