देश के हालात आपातकाल से भी बदतर’- राजेंद्र चौधरी
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि पूरी दुनिया में भारत के लोकतंत्र का डंका बजता है। लेकिन हमारे देश की एक बहुत बड़ी आबादी को ही लोकतंत्र की सही जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के कुछ फीसद लोग लोकतंत्र के नाम पर देश के सवा सौ करोड़ लोगों का हॉक रहे हैं। यह स्थिति देश के लिए गंभीर है। मौजूदा हालत को उन्होंने आपातकाल से भी बदतर बताया। चौधरी ने कहा कि आजकल नोटबंदी को लेकर काफी बाते हो रही है। नोटबंदी के दौरान कहा गया कि इससे आतंकवाद, कालाधन व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। लेकिन करीब एक साल पूरा होने पर भी कुछ नही बदला है। आज भी आतंकवाद भी है, कालाधन भी है, भ्रष्टाचार भी है साथ ही नोटबंदी भी है।
उन्होंने आज पूर्व सांसद महाराज सिंह भारती की जयंती शताब्दी समारोह में लोकतंत्र की चुनौती पर बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहा कि लोकतंत्र केवल चुनाव व वोट नहीं है। आज भी लोग धार्मिक व जात-पात के आधार पर वोट कर रहे हैं। फिर चुनाव आयोग का यह दावा कि वह निष्पक्ष व निर्भिक चुनाव कराएगा सही नहीं है। आज भी बिना भेदभाव व लालच के वोट नहीं डाले जाते। उन्होंने कहा कि आजादी के सत्तर साल बाद भी यह समझ से परे है कि यह देश कैसे चल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान व नौजवान अपनी परेशानियों के रहते महंगाई व भ्रष्टाचार जैसे दूसरे मुद्दों से पूरी तरह कटा हुआ है, जो सामाजिक लोकतंत्र के लिए बेहतर नही है।
उन्होंने कहा कि जब तक समाज लोकतांत्रिक नहीं होगा तब तक कुछ नही बदला जा सकता। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के लिए यह समझना जरूरी है कि आजादी के सत्तर साल बाद भी चुनाव प्रभावित किए जाते हैं। नई पीढ़ी को यह सोचना होगा कि सत्तर साल में हम कहां पहुंच गए हैं। आजादी के बाद आज भी हम दबाव मे है। कुछ मुट्ठी भर लोग लोकतंत्र के नाम पर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।। इस अवसर पर विधायक रफीक अंसारी, गोपाल अग्रवाल व एडवोकेट राजपाल आदि ने भी अपने विचार रखे।