देश में बढ़ रहे कोविड के मामले, मुंबई में नवजात मिला कोरोना पॉजिटिव; क्या है नया वैरिएंट JN.1?

कोरोना वायरस की वापसी की खबर अब ज़्यादा डराती नहीं, लेकिन जिस तरह से एशियाई देशों में मामले तेज़ी से बढ़े हैं, हमारा सचेत होना ज़रूरी है. भारत में बीते एक हफ़्ते में ही 150 से ज़्यादा नए कोविड मरीज़ दिखे. मुंबई में करीब 53 कोविड के मामले बताए जा रहे हैं. मुंबई में बुजुर्ग के साथ ही नवजात बच्चे भी कोविड पॉजिटिव होते दिख रहे हैं. 

4 महीने का एक नवजात भी कोविड पॉजिटिव है. सांस की तकलीफ़ के साथ मुंबई के केजे सोमैया अस्पताल में भर्ती हुआ. आठ दिन वेंटिलेटर पर रहा, अब ऑक्सीजन पर है. बच्चे-बुजुर्ग-और पहले से बीमार जैसे कमजोर वर्ग को कोविड ज़्यादा सता रहा है.

बाल रोग विशेषज्ञ डॉ इरफ़ान अली ने बताया कि मरीज़ जब आया था तो गंभीर हालत में था, सांस में दिक्कत थी, लंग्स में पानी भरा था, कोविड पॉजिटिव आया, वेंटिलेटर से बाहर आया है, लेकिन अब भी ऑक्सीजन की ज़रूरत है. अस्पताल में सांस की तकलीफ़ का एक और बच्चा है, कोविड का संदिग्ध मरीज़ है, उसकी टेस्ट रिपोर्ट आनी है.

पहले जैसी घबराहट की जरूरत नहीं- महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री

महाराष्ट्र में फिलहाल 56 सक्रिय कोविड मरीज़ हैं. बड़ी संख्या मुंबई से मिले मरीज़ों की बताई जा रही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर कहते हैं, डरने की ज़रूरत नहीं है, केंद्र सरकार से निर्देश का इंतज़ार है. उन्होंने कहा कि मरीज सामने आते रहेंगे, लेकिन कोरोना अब पहले जैसा नहीं रहा. मरीज सामान्य रूप से रह सकते हैं, पहले जैसी घबराहट की जरूरत नहीं है. मरीजों की पहचान की जरूरत नहीं है. जिन मरीजों को पहले से कोई बीमारी है, उन्हें विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है. अभी किसी SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) की आवश्यकता नहीं है. यदि केंद्र सरकार से कोई निर्देश आता है, तो हम उसका पालन करेंगे.

  • भारत में कोविड के 257 सक्रिय मरीज़ हैं.
  • पिछले एक हफ़्ते में ही 164 नए मामले देश ने देखे हैं. 
  • महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु में सबसे ज़्यादा मामले हैं. 
  • महाराष्ट्र में एक हफ़्ते में कोविड के 44 नए मरीज़ मिले हैं.

मुंबई के KEM अस्पताल में कैंसर-किडनी के दो मरीजों की मौत, उनके कोविड पॉजिटिव आने से भी चर्चा में बनी हुई है. क्योंकि हांगकांग, सिंगापुर, थाईलैंड, चीन में बढ़ रहे कोविड के मामले और मौतों ने भारत में भी चिंता बढ़ाई है. इस साल कोविड का नया वैरिएंट JN.1 परेशान कर रहा है.

हालांकि WHO ने पहले कहा था कि JN.1 और इसके जैसे वेरिएंट्स में इम्यून सिस्टम से बचने की क्षमता होती है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं कि ये पुराने ओमिक्रॉन वेरिएंट्स की तुलना में ज्यादा गंभीर बीमारी करते हैं या नहीं.