दोस्ती को सलाम के साथ नेपाली प्रधानमंत्री देउबा ने शुरू की भारत यात्रा

उनके देखे से जो आ जाती है मुंह पर रौनक, वो समझते हैं कि बीमार का हाल अच्छा है’। डीपी त्रिपाठी के मुंह से गालिब का यही शेर निकला जब उनसे मुलाकात के बाद विदा लेते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा ने पूछा कि और सब ठीक है न…। यारी है इमान मेरा यार मेरी जिंदगी..। पद संभालने के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की पहली भारत यात्रा की शुरुआत कुछ इसी मानवीय और दोस्ताने अंदाज में हुई। बुधवार को भारत की राजधानी पहुंचते ही देउबा राष्टÑवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के मुख्य प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद देवीप्रसाद त्रिपाठी के आवास पर पहुंचे। भारत-नेपाल-चीन के बनाए जा रहे त्रिकोण के बीच देउबा की प्राथमिकता कैंसर की बीमारी का इलाज करा रहे अपने मित्र डीपी त्रिपाठी का हालचाल लेने की रही। कैंसर के लिए सर्जरी के बाद त्रिपाठी बेहतर हैं और आराम कर रहे हैं।

चीन और भारत के बीच चल रहे गतिरोध के बीच आप नेपाली प्रधानमंत्री की इस यात्रा को कैसे देखते हैं? इस सवाल पर देवीप्रसाद त्रिपाठी कहते हैं कि मैं आज वही बात कहूंगा जो कभी भारत के प्रधानमंत्री पीवी नरसिंह राव से कही थी। तिरुपति में कांग्रेस का अधिवेशन हुआ। और मैंने नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी ) के माधव कुमार से बातचीत की वकालत की। उस वक्त भी मुझसे यह सवाल किया गया था कि उनकी क्या अहमियत है, वे तो चीन के समर्थक हैं। मैंने उस वक्त यही कहा था कि इनके नाम वांग चू या जियांग नहीं माधव कुमार हैं। आप उनके नामों को देखें। क्या वे नाम आपको हमारे नामों से मिलते-जुलते नहीं दिखते। जो नाम से ही हमारे जैसे हैं, फिर वे हमसे दूर कैसे हो सकते हैं। वही बात मैं आज भी कहता हूं। नेपाल हमारे जैसा है इसलिए उसकी दोस्ती हमारे लिए अहम है। त्रिपाठी ने कहा कि आज के दौर में भारत सरकार को तो इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि चीन हमारी गलतियों का फायदा उठाकर वहां जड़ें न जमा ले। नेपाल और भारत की सीमा तीन तरफ से मिलती है। हम सिर्फ बाकी पेज 8 पर उङ्मल्ल३्र४ी ३ङ्म स्रँी 8 जमीन नहीं बल्कि सभ्यता और संस्कृति के रूप में भी एक-दूसरे से सटे हुए हैं।

डीपी त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने देउबा के साथ नेपाल की आंतरिक स्थिति पर भी चर्चा की। आज नेपाल लोकशाही के अहम पड़ाव पर पहुंच गया है। नेपाल सरकार ने 26 नवंबर को आम चुनाव कराने की घोषणा की है। यह संसदीय चुनाव उसे एक नए युग में ले जाएगा। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की जो प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद अपने पहले विदेश दौरे के तहत चार दिनों की यात्रा पर यहां पहुंचे हैं। दोनों नेता गुरुवार को विविध विषयों एवं संबंधों के विभिन्न आयामों पर व्यापक चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने ट्वीट में कहा, ‘करीबी और मित्र पड़ोसी नेपाल के प्रधानमंत्री माननीय शेर बहादुर देउबा का स्वागत करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं। कल अधिक सघन वार्ता को लेकर आशान्वित हूं’। मोदी और देउबा गुरुवार को द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा करेंगे। दोनों नेता कारोबार, निवेश समेत भारत नेपाल संबंधों को और गहरा बनाने के उपायों पर विचार कर सकते हैं।

इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को हवाई अड्डे पर देउबा की आगवानी की। समझा जाता है कि नेपाल के प्रधानमंत्री की ओर से मोदी को नेपाल की राजनीतिक स्थिति विशेष तौर पर भारतीय मूल के मधेशी समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करने में उनकी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में अवगत कराया जा सकता है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा था कि नेपाल के प्रधानमंत्री की आसन्न यात्रा के दौरान दोनों पक्षों में आपसी हितों और दोनों देशों के सदियों पुराने मित्रतापूर्ण संबंधों को और गहरा बनाने से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी।

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