धनबाद: दलित परिवार ने बीजेपी सांसद को दिया न्यौता, घर पहुंचे तो खाना खिलाने से कर दिया इनकार
झारखंड के धनबाद से बीजेपी सांसद पशुपति नाथ सिंह को उस समय अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा, जब एक दलित परिवार ने न्यौता देकर सांसद महोदय को खाना खिलाने से इनकार कर दिया। पशुपति नाथ सिंह प्रधानमंत्री के ग्राम स्वराज अभियान के तहत अनुसूचित जाति के शख्स के घर भोजन और रात्रि विश्राम के लिए गये थे। इसके लिए सांसद महोदय को पहले निरसा प्रखंड के तिलतोड़िया गांव के शिवचरण दास ने न्यौता दिया था। नई दुनिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक शिवचरण दास ने ऐन मौके पर हाथ खड़ा कर दिया और भोजन और रात्रि विश्राम से इंकार कर दिया। रिपोर्ट के मुताबिक इस शख्स द्वारा सांसद महोदय को खाना खिलाने से इनकार करने के बाद गांव के ही शख्स धनंजय रजक ने सांसद को अपने घर पर खाना खिलाया। इसके बाद सांसद और दूसरे बीजेपी नेताओं ने इस घर के छत पर रात्रि विश्राम किया।
बता दें कि दलित समुदाय में पार्टी की पहुंच बढ़ाने के लिए बीजेपी ने अपने मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को ग्राम स्वराज अभियान के तहत चिन्हित गांवों में एक रात गुजारने का फरमान दिया है। इसी कार्यक्रम के तहत भाजपा सांसद तिलतोड़िया गांव में एक दलित के घर पहुंचे थे। पंचायत के वार्ड सदस्य शिवचरण दास के घर भोजन और रात्रि विश्राम का इंतजाम किया गया था। तभी रविदास संघर्ष समिति धनबाद के संस्थापक दिलीप राम और एसपी चौहान अपने समर्थकों के साथ शिवचरण दास के घर आ पड़े। इन लोगों ने शिवचरण दास को कहा कि केन्द्र और झारखंड के बीजेपी सरकार की नीतियां दलितों के हितों के खिलाफ है। लिहाजा ऐसे लोगों को वह अपने घर में शरण ना दे। इन लोगों ने शिवचरण दास के घर में बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की।
इसके बाद शिवचरण दास ने बीजेपी नेताओं को खाना खिलाने से इनकार कर दिया। इस मामले में सांसद पीएन सिंह का कहना है कि सभी कार्यक्रम शिवचरण दास की सहमति से ही तय हुई था, लेकिन बाहरी लोगों ने ना सिर्फ उन्हें बरगलाया बल्कि बीजेपी नेताओं का सत्कार ना करने की भी धमकी दी।