धरने पर बैठे केजरीवाल बोले-भाई से मिलने नहीं दिया, टि्वटर यूजर्स ने कहा- एलजी आवास है, आपका घर नहीं
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीन मुख्य मांगों के साथ पिछले कई दिनों से उपराज्यपाल अनिल बैजल के आधिकारिक आवास पर अपने कुछ सहयोगियों के साथ धरने पर बैठे हैं। उन्होंने उपराज्यपाल पर चौंकाने वाला आरोप लगाया है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट किया कि उन्हें उनके भाई से मिलने नहीं दिया गया। दिल्ली के सीएम ने लिखा, ‘मेरा भाई पुणे से मुझसे मिलने आया था। उसको मुझसे मिलने नहीं दिया गया। यह तो गलत है।’ सोशल मीडिया में केजरीवाल का यह बयान सामने आने के बाद लोगों ने उनकी जमकर क्लास लगानी शुरू कर दी। एक शख्स ने ट्वीट किया, ‘सरजी वह एलजी का ऑफिस है, आपका घर नहीं जो वहां आप अपने रिश्तेदारों को मिलने के लिए बुलाएं। शर्म नाम की कोई चीज होती है।’ एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, ‘दिल्ली तेरी किस्मत है बेहाल, कभी मिला तुगलक, कभी केजरीवाल।’ सोम तिवारी ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली में छाई धूल से हालात खराब हैं। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। अगले 48 घंटे मुश्किल होंगे पर दिल्ली के मालिक एसी कमरे में सोफे पर आराम कर रहा है। सर्दियों में भी धुंध के दौरान वह घर में एयर प्यूरिफायर से बाहर नहीं निकला था।’
मेरा भाई पुणे से मुझसे मिलने आया। उसको मुझसे मिलने नहीं दिया गया। ये तो ग़लत है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 14, 2018
अरविंद केजरीवाल उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कैबिनेट मंत्रियों सतेंद्र जैन और गोपाल राय के साथ उपराज्यपाल अनिल बैजल के आवास पर धरने पर बैठ गए थे। केजरीवाल ने ट्वीट कर अपनी मांगों के बारे में भी बताया था। दिल्ली के सीएम आईएएस अधिकारियों की हड़ताल समाप्त करने, हड़ताल पर गए नौकरशाहों को दंडित करने और जरूरतमंदों को घर तक राशन पहुंचाने की व्यवस्था को मंजूरी देने की मांग कर रहे हैं। केजरीवाल ने बताया था कि उन्होंने उपराज्यपाल के समक्ष अपनी मांगें रखी थीं, लेकिन उन्होंने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। सीएम ने कहा था कि कामकाज का बहिष्कार करने वाले वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना उपराज्यपाल का संवैधानिक कर्तव्य है। बता दें कि केजरीवाल के भाई से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा केजरीवाल से मिलने के लिए एलजी के आवास पर गए थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वापस लौटा दिया था। इस पर उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।