नक्सली हमले में जवान ने गंवा दिए पैर लेकिन पत्नी भी है कमांडो, लोग कर रहे सैल्यूट

ये कहानी है देश के एक ऐसे बहादुर सीआरपीएफ जवान की जिसे आज सभी सैल्यूट कर रहे हैं। कमांडो रामदास ने पिछले साल छत्तीसगढ़ में हुए एक ब्लास्ट में अपने दोनों पैर गंवा दिये थे। रामदास सीआरपीएफ के 208 कोबरा फोर्स के कमांडर थे। साल 2017 में छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के किस्ताराम इलाके में नक्सलियों के द्वारा छिपा कर रखे गए आईईडी ब्लास्ट में उनके साथ गंभीर हादसा हो गया। हादसे के बाद रामदास को तुरंत एयरलिफ्ट कर रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के बाद सीआरपीएफ के इस जांबाज कमांडों की जान तो बच गई लेकिन उनके दोनों पैर खराब हो गए। लेकिन अब राम दास की पत्नी भी सीआरपीएफ में ही हैं। उनकी पत्नी भी सीआरपीएफ कमांडर हैं और एक बार फिर नक्सलियों से लोहा लेने के लिए तैयार हैं।

रामदास और उनकी पत्नी के इस जज्बे को सभी लोग सलाम कर रहे हैं। मेजर सुरेंद्र पुनिया ने रामदास और उनकी पत्नी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर डाली है। सभी लोग इस तस्वीर की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। ऋषि गोडसे नाम के एक शख्स ने लिखा कि ‘इस बेहतरीन कपल को सलाम है’। आदर्श नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘आप इस राष्ट्र की जीवनी शक्ति हैं। हम नमन करते हैं’। उन्मेश ने लिखा कि ‘सैल्यूट…जय हिंद’…एक यूजर ने लिखा कि ‘नमन है वीर सपूत सैनिकों को’। राम कुमार बिश्नोई नाम के एक यूजर ने लिखा कि ‘धन्यवाद सर, यह मेरे असली हीरो हैं’। मयंक ने लिखा की ‘आप पूज्नीय हैं। अरविंद तिवारी ने लिखा कि ‘दिल की गहराइयों से दिल से नमन’।

आपको बता दें कि सीआरपीएफ के सहयोग से रामदास को आर्टिफिशियल पैर मिल गया है। जिसकी वजह से वो एक बार चलने की स्थिति में आ गए हैं। खास बात यह है कि रामदास ने इलाज के लिए सीआरपीफ को धन्यवाद दिया है और इतना ही नहीं एक बार फिर उन्होंने बस्तर में तैनात होने की इच्छा भी जाहिर कर दी है। उनके इस हौसले ने सबका दिल जीत लिया है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के जंगलों में सीआरपीएफ जवान अक्सर ही नक्सलियों के खिलाफ कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *