नरेंद्र मोदी के हमले का कांग्रेस ने दिया जवाब, कहा- पहले ये तीन किताबें पढ़ें पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (7 फरवरी) को संसद के दोनों सदनों में बारी-बारी से कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कहा कि कांग्रेस की गलत नीति की वजह से ही देश का बंटवारा हुआ। पीएम मोदी ने लोकसभा में देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर भी हमला बोलते हुए कहा कि अगर सरदार वल्लभ भाई पटेल देश के प्रधानमंत्री होते तो आज कश्मीर समस्या नहीं होती। देश के बंटवारे पर पीएम ने तीखे लहजे में कहा, एक भी ऐसा दिन नहीं है जब आपके बोये जहर का स्वाद देश को न चखना पड़ा है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी धन्यवाद प्रस्ताव पर भाषण दे रहे थे।
प्रधानमंत्री के हमले के बाद कांग्रेस ने उन पर पलटवार किया है और कहा कि यह आपका इतिहास है, विकृत इतिहास। पूर्व कानून मंत्री एम वीरप्पा मोईली ने कहा कि पीएम को कुछ भी बोलने से पहले तीन किताबें पढ़नी चाहिए। मोईली ने कहा, “अच्छा होता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाहर लाल नेहरू द्वारा लिखी गई डिस्कवरी ऑफ इंडिया, महात्मा गांधी द्वारा लिखित माय एक्सपेरिमेंट्स ऑफ ट्रूथ और ग्लिम्पसेस ऑफ वर्ल्ड हिस्टरी पढ़ लेते। मैं उन्हें ये तीनों किताबें पढ़ने की सलाह देता हूं।”
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भयानक वक्ता हो सकते हैं लेकिन उनका भाषण गलत प्रस्तुतिकरण और आधे-अधूरे सच्चाइयों का गड़बड़झाला है।” बता दें कि पीएम मोदी ने आज संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में में शायराना अंदाज में कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस द्वारा पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया और संसद में किए गए हमलों पर पलटवार किया। मोदी ने कहा, आप कहते हो हम गेम चेंजर नहीं नेम चेंजर हैं लेकिन मैं बताता हूं कि हम चेजर हैं। मोदी ने बशीर बद्र की शायरी भी पढ़ीं, ‘‘जी बहुत चाहता है सच बोलें, क्या करें हौसला नहीं होता।’’ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने भी बशीर बद्र को उद्धृत करते हुए कल (06 फरवरी को) कहा था, “दुश्नमी जमकर करो, लेकिन ये गुंजाइश रहे जब कभी दोस्त हो जाएं तो शर्मिंदा नहीं हों।’’