नरेंद्र मोदी ने कहा था- बुलेट ट्रेन में कौई बैठने नहीं आएगा, बस दुनिया को दिखाने के काम आएगी
भारत में बुलेट ट्रेन चलाने के लिए शिलान्यास हो चुका है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे भी शिलान्यास के मौके पर भारत आए थे। इसका शिलान्यास 14 सितंबर को किया गया था। शिलान्यास के बाद पीएम मोदी ने गर्व से कहा था, “यह न्यू इंडिया है, इसके सपनों की उड़ान अनंत है। बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट से रोजगार आएंगे। यह ट्रेन ह्यूम फ्रेंडली और ईको फ्रेंडली है। अब पीएम मोदी का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो उस समय का है जब पीएम मोदी प्रधानमंत्री नहीं थे। वह गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे। वीडियो में मोदी ने कह रहे हैं कि हम छोटा छोटा करेंगे तो नहीं होगा जी। बहुत बड़ी मात्रा में सोचना चाहिए, बहुत विशाल कैनवस में सोचना चाहिए। हम क्या करते हैं 0.1% आगे जाएंगे। 0.2% आगे जाएंगे इससे नहीं होता है जी। बहुत बड़ा सोचना चाहिए और देखना बहुत बड़ा सोचते हैं।
आगे प्रधानमंत्री से अपनी बातचीत का जिक्र करते हैं और कहते हैं कि एक दिन प्रधानमंत्री से मेरी बात हो रही थी। मैने कहा देखिए साहब पूरे चीन की चर्चा कहीं नहीं होती। वो भी दिखाते हैं दुनिया को तो संघाई ही दिखाते हैं। पूरा चाईना थोड़ई दिखाते हैं। तो मैंने कहा कि हमें भी विश्व के सामने अपनी ताकत दिखाने के लिए कुछ चीजें करनी चाहिए, तो मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि साहब एक छोटा सा काम कर दीजिए। अहमदाबाद मुंबई हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चालू करवाईये। इससे दुनिया को हमारी ताकत का पता चलेगा। ट्रेन में वैसे कोई बैठने के लिए आने वाला नहीं है, लेकिन हम भी कुछ कम नहीं हैं वो भी करना पड़ता है जी।
आपको बता दें कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच की 508 किलोमीटर के बुलेट ट्रेन प्रॉजेक्ट पर 1,10,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसके लिए जापान 88,000 करोड़ रुपये का लोन दे रहा है। जिसकी ब्याज दर बहुत ही कम 0.1 फीसदी है। यह लोन जापान को 50 साल में वापस करना है। इस 508 किलोमीटर में से 468 किलोमीटर जमीन से ऊपर (एलिवेटिड) 27 किलोमीटर जमीन के अंदर और 13 किलोमीटर जमीन पर होगा। भारत की पहली बुलेट ट्रेन 21 किलोमीटर लंबी सुरंग से गुजरेगी, इस 21 किलोमीटर में से 6 किलोमीटर की सुरंग समुद्र में बनाई जाएगी।