नरेंद्र मोदी ने माना- आसान नहीं थी गुजरात की जीत, सीटें कम होने की चिंता नहीं
धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसदों को आगाह किया है और कहा है कि वे किसी भ्रम में नहीं रहे, गुजरात की जीत आसान नहीं थी। पीएम मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में बीजेपी सांसदों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में मौजूद एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘पीएम मोदी ने सांसदों को याद दिलाया कि गुजरात की कामयाबी आसान नहीं थी, गुजरात में जीत सिलसिला जारी रखने में बेहद कठिन परिश्रम और समर्पण की जरूरत पड़ी है।’ पीएम मोदी ने सांसदों को बताया कि गुजरात जीत को लेकर किसी को भ्रम में नहीं रहना चाहिए। इस दौरान पीएम मोदी ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश के सांसदों से मुलाकात की और इन राज्यों में विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए उन्हें बधाई दी। बता दें हाल में खत्म हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश में तो प्रचंड जीत हासिल की है, लेकिन पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात में सत्ता हासिल करने में बीजेपी के पसीने छूट गये। 182 सदस्यों की विधानसभा में बीजेपी ने पिछली बार से 16 सीटें कम हासिल की और पार्टी के 99 विधायकों ने जीत हासिल की। ठीक इसके उलट कांग्रेस ने अपने खाते में 16 विधायकों को जोड़ा और पार्टी का आंकड़ा 77 पहुंच गया।
हालांकि पीएम मोदी ने सांसदों को कहा कि ज्यादा चिंता की बात नहीं है क्योंकि भले ही बीजेपी की सीटें कम हुई हो, लेकिन पार्टी का वोट शेयर बढ़ा है। पीएम ने कहा कि जितने लोगों ने इस चुनाव में मतदान किया है उसमें से आधा लोगों ने बीजेपी को वोट दिया है। सांसदों से बात करते-करते पीएम मोदी एक बार भावुक भी हो गये। उन्होंने कहा, ‘इंदिरा के पास भारत के 18 राज्य थे, बीजेपी के पास 19 हैं।’ पीएम मोदी ने पार्टी के अंदर और बाहर युवा चेहरों को तरजीह देने पर जोर दिया। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की ओर इशारा करते हुए कहा उन्होंने कैसे पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है, हालांकि वह उम्र में उनसे 14 साल छोटे हैं।
इस बैठक में अमित शाह ने अपने संबोधन में पीएम मोदी की तारीफ की और बीजेपी की जीत में उनके रोल को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी ने इस चुनाव में एक कार्यकर्ता की तरह काम किया, और उन्होंने रैलियां करने से कभी मना नहीं किया। बैठक में अमित शाह ने कांग्रेस पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि हार में जीत खोजने की कांग्रेस की कोशिश पर सिर्फ हंसा ही जा सकता है।