नागपुर पहुंच प्रणब मुखर्जी ने मोहन भागवत संग किया डिनर, आज हेडगवार को देंगे श्रद्धांजलि?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी की तमाम नाराजगी के बीच पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बुधवार (6 जून, 2018) को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नागपुर पहुंच चुके हैं। मुखर्जी संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए एक दिन पहले नागपुर पहुचे हैं। राजभवन में उनके ठहरने का इंतजाम किया गया है। बताया जाता है कि बुधवार रात दिग्गज कांग्रेसी नेता रहे मुखर्जी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ खाना खाया। रिपोर्ट के मुताबिक आज (7 जून, 2018) संघ मुख्यालय पर शाम 5:30 बजे मोहन भागवत, मुखर्जी का स्वागत करेंगे। इसके बाद पूर्व राष्ट्रपति संघ के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार के स्मृति स्थल पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। यहां बता दें कि इसकी जानकारी (हेडगेवार को श्रद्धांजलि) अपुष्ट खबरों के जरिए हैं। जनसत्ता डॉट कॉम इसकी पुष्टि नहीं करता है। शाम को 6:35 बजे प्रणब मुखर्जी करीब बीस मिनट तक संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद सबसे आखिर में मोहन भागवत मंच से स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक प्रणब मुखर्जी गुरुवार को संघ के कार्यक्रम में कुल चार घंटे बिताएंगे। वह शाम 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक मौजूद होंगे। बता दें कि करीब एक सप्ताह बतौर चीफ गेस्ट आरएसएस के न्योते को प्रणब मुखर्जी ने स्वीकार किया था। संघ के कार्यक्रम में जाने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने नाखुशी जाहिर की है। उनका मानना है कि इससे संघ की कट्टर हिंदुत्व वाली विचारधार को बल मिलेगा। कार्यक्रम शिरकत करने पर प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी उन्हें चेताया था। उन्होंने ट्विटर पर अपने पिता को संबोधित करते हुए लिखा, ‘उन्होंने नागपुर जाकर बीजेपी और आरएसएस को फर्जी खबरें गढ़ने का पूरा मौका दे दिया है।’
दरअसल पूर्व में खबरें आईं थी कि दिल्ली महिला कांग्रेस विंग की अध्यक्ष शर्मिष्ठा कांग्रेस छोड़कर भाजपा के टिकट पर पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ सकती हैं। टीवी चैनल एबीपी न्यूज ने सबसे पहले बीजेपी सूत्रों के हवाले से यह खबर चलाई थी। हालांकि उन्होंने सभी खबरों को निराधार बताते हुए कहा, ‘पहाड़ों में सूर्यास्त का आनंद उठा रही थी और अचानक से यह खबर मुझसे एक टॉरपीडो की तरह आकर टकराई कि मैं बीजेपी जॉइन करने वाली हूं।’ शर्मिष्ठा ने कहा कि उन्होंने राजनीति इसलिए ज्वाइन की क्योंकि उन्हें कांग्रेस में भरोसा था। कांग्रेस छोड़ने से बेहतर वह राजनीति छोड़ देंगी।