नाम ‘बदलना’ बना मुसीबत, ‘पाकिस्तानी जासूस’ होने के लगे आरोप, जानें क्या है पूरा मामला
महाराष्ट्र की नगमा ने 10 साल पहले जब अपना नाम अवैध तरीके से बदला, तो उसने सोचा नहीं था कि इसके लिए उस पर पाकिस्तानी जासूस होने तक के आरोप लग जाएंगे. ठाणे की नगमा ने 20 हजार रुपये देकर अपने सारे डॉक्यूमेंट्स पर नाम बदलवाया था.
नाम में क्या रखा है…? नगमा नूर मकसूदली को अब पता चल गया है, जिसने फिल्मों में देखकर अपना नाम बदलकर ‘सनम खान’ रख लिया था. नाम बदलने के चक्कर में नगमा को जेल की हवा खानी पड़ी और अब वो अपने ससुराल पाकिस्तान जाने की गुहार लगा रही हैं. महाराष्ट्र के ठाणे में रहने वालीं 27 वर्षीय नगमा ने 2015 में अवैध रूप से अपना जन्म नाम बदलकर सनम खान रख लिया था, जिसका खामियाजा उसे अब उठाना पड़ रहा है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, नगमा की मां का कहना है कि उन्हें पता ही नहीं था कि नाम बदलने की प्रक्रिया क्या होती है.
नगमा ने सोचा नहीं था सनम खान बनना भारी पड़ेगा
लगभग 10 साल पहले एक स्थानीय दुकानदार की मदद से “सनम खान” के नाम पर आधार कार्ड बनवाते समय 18 वर्षीया नगमा नूर मकसूदली, जिसे अपना जन्म नाम पसंद नहीं था, उसने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतनी बड़ी मुसीबत में फंस जाएगी. हाल ही में पाकिस्तान निवासी से उसकी शादी और उसके बाद दोनों देशों के बीच यात्रा के कारण उसके आधिकारिक दस्तावेजों की जांच की गई, जिसमें सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना उसके नाम बदलने का पता चला और उसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई
ऐसे पुलिस के रडार पर आईं नगमा से बनी सनम
27 वर्षीय ठाणे निवासी ने 2015 में अवैध रूप से अपना जन्म नाम बदलकर सनम खान रख लिया था, यह नाम उसने “कई बार सुना था, फिल्मों में भी कई हीरोइनों के नाम सनम थे, ऐसे में सनम नाम उसके दिलो-दिमाग पर चढ़ गया. 2022 में एक पाकिस्तानी व्यक्ति के साथ ऑनलाइन निकाह (शादी) के बाद, वह और उनकी पहली शादी से हुई दो बेटियां इस साल की शुरुआत में एबटाबाद चली गईं. 17 जुलाई को नगमा अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए ठाणे लौट आईं. यहीं से उनकी मुश्किलें शुरू हो गईं. पुलिस ने नगमा को नोटिस जारी कर थाने बुलाया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “चूंकि नगमा ने पाकिस्तान की यात्रा की थी, इसलिए उसके दस्तावेजों की जांच की गई और इस तरह अवैध डॉक्यूमेंट्स का पता चला.”
‘पाकिस्तानी जासूस’ होने का लगा आरोप
नगमा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 22 जुलाई को समन मिलने के बाद उन्होंने अस्पतालों के बजाय वर्तक नगर पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाते हुए तीन दिन बिताए. तीन दिनों तक पुलिस उनसे पूछती रही कि उन्होंने बदले हुए नाम पर पासपोर्ट और पैन कार्ड सहित अपने आधिकारिक दस्तावेज कैसे हासिल किए? स्थानीय मीडिया ने भी इस मामले को खूब उछाला. समाचार रिपोर्टों में नगमा पर “पाकिस्तानी जासूस” होने तक का आरोप लगाया गया. कुछ लोगों ने नगमा की तुलना पाकिस्तान निवासी सीमा हैदर से की, जो एक भारतीय व्यक्ति के प्यार में पड़ने के बाद अपने बच्चों के साथ अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गई थी.
नगमा को खानी पड़ी जेल की हवा, अब जमानत पर बाहर
वर्तक नगर पुलिस स्टेशन ने “जाली” दस्तावेजों का उपयोग करके आधार कार्ड हासिल करने के लिए नगमा के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसे 25 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया. उसे अगस्त के पहले सप्ताह में जमानत पर रिहा कर दिया गया. फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले दुकानदार पर भी केस दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि नगमा ने उन्हें बताया कि दुकानदार ने उसके जन्म वर्ष को 1997 से 2001 में बदलने के अलावा, उसके पसंदीदा नाम पर जन्म प्रमाण पत्र, पैन कार्ड और आधार कार्ड के लिए 20,000 रुपये लिये थे.
पुलिस अधिकारी ने बताया, “नाम बदलने की सही प्रक्रिया गजट अधिसूचना और समाचार पत्रों में नोटिस देना है. लेकिन नगमा ने पासपोर्ट के लिए आवेदन करने सहित ऐसा कुछ किए बिना (2015 में बनाए गए) अपने दस्तावेज़ों का उपयोग करना शुरू कर दिया. चूंकि उसने पाकिस्तान की यात्रा की थी, इसलिए उसके दस्तावेजों की जांच की गई और इस तरह पता चला के उसके डॉक्यूमेंट्स अवैध हैं. नगमा की मां सपना खान ने बताया कि उन्होंने पुलिस को बताया कि राजपत्र में नगमा के नाम परिवर्तन पर नोटिस न देकर उन्होंने गलती की है. हमने अब नोटिस दे दिया है और अब नगमा को पाकिस्तान अपने पति के पास जाने की इजाजत दी जाए.