नीतीश की पार्टी के बड़े नेता ने कहा- अलग-थलग महसूस कर रहे बीजेपी के सहयोगी
बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट के उपचुनाव में सत्ताधारी जदयू की हार होने पर एनडीए में असंतोष के स्वर उभरने लगे हैं।जनता दल यूनाइटेड ने हार के बाद तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने उपचुनाव के नतीजों को एनडीए के लिए चिंता का विषय करार दिया है। कहा है कि मौजूदा हालात में एनडीए के घटक दल अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। लिहाजा 2019 से पहले एनडीए में ऊर्जा भरने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिवसेना बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है तो चंद्रबाबू नायडू एनडीए का साथ छोड़ चुके हैं। अकाली दल भी खुश नहीं है, महबूबा मुफ्ती से भी बीजेपी की नहीं निभ रही है।इस नाते लोकसभा चुनाव से पूर्व एनडीए को दुरुस्त करने की जरूरत है।
जोकीहाट सीट के बारे में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केसी त्यागी ने कहा कि इसे राजद की जीत नहीं माना जा सकता। यह सीट पहले ही तसलीमुद्दीन के पास थी, अंतर सिर्फ इतना है कि उनके बेटे ने पार्टी बदल कर जीत दर्ज की।जदयू महासचिव केसी त्यागी ने उपचुनाव में हार का ठीकरा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर भी फोड़ा।उन्होंने कहा कि जनता के गुस्से के कारण पार्टी को सीट गंवानी पड़ी।
बता दें कि बिहार में बीजेपी के सहयोग से सरकार चला रही जदयू ने राज्य को विशेष दर्जा देने की मांग उठा रखी है। इस पर बीजेपी की केंद्र सरकार से अब तक बिहार को कोई आश्वासन नहीं मिला है। जिससे कई बार जदयू की ओर से तीखे बयान भी दिए गए। ये बयान बीजेपी के खिलाफ माने जा रहे।जब महागठबंधन के साथ नीतीश कुमार थे, तब भी उन्होंने नरेंद्र मोदी के नोटबंदी का खुला समर्थन किया था, मगर हाल में उन्होंने इसे असफल करार देते हुए कहा था कि उम्मीद के मुताबिक नोटबंदी सफल नहीं हुई। इन सब बयानों से माना जा रहा है कि सहयोगी दल जदयू के अंदरखाने बीजेपी को लेकर नाराजगी है। बता दें कि राजद उम्मीदवार शाहनवाज आलम ने 40 हजार वोटों से जोकीहाट सीट जीती है।