नीतीश कुमार को जेड प्लस सिक्योरिटी मिलने के अगले ही दिन सीएम हाउस के पास चली गोली, जवान घायल
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को केंद्र से जेड प्लस सिक्योरिटी मिलने के अगले ही दिन पटना स्थित सीएम आवास के पास गोली चल गई। यह गोली किसी और ने नहीं बल्कि सुरक्षा में लगे एक जवान ने ही चलाई और खुद घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोली चलाने के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस जहां इसे दुर्घटना करार दे रही है, वहीं आत्महत्या की कोशिश की भी बात कही जा रही। बहरहाल हाई सिक्योरिटी जोन वो भी मुख्यमंत्री आवास के पास गोली चलने की इस घटना पर पुलिस के होश उड़ गए। जवान की हालत खराब बताई जाती है।
घटना शनिवार देर रात हुई, जब गोरखा बटालियन के जवान पूजन गुरु ने अचानक फायरिंग कर दी। गोली उसके पेट में जाकर लगी तो हड़कंप मच गया। जवान को फौरन पटना मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के बाद जवान के पेट से गोली निकाली गई। हालत गंभीर बताई जाती है।फिलहाल उसका बयान नहीं हो सका है। पुलिस इसे दुर्घटना मानकर चल रही है। बहरहाल गोली चलाने की वजह जवान के बयान के बाद ही पता चल सकेगी। बता दें कि गृह मंत्रालय ने खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट्स के आधार पर दो दिन पहले नीतीश कुमार को जेड प्लस सिक्योरिटी देने का फैसला किया। दरअसल पिछले 12 जनवरी को बक्सर में नीतीश कुमार के काफिले पर हमला हो गया था। जिसमें एक दर्जन से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। हमला करने का आरोप राजद समर्थकों पर लगा था। जिसके बाद खुफिया एजेंसियों ने नीतीश कुमार की सुरक्षा खतरे में होने की बात कही तो गृहमंत्रालय ने जेड प्लस सिक्योरिटी देने का फैसला किया। इससे पहले नीतीश कुमार के पास जेड सिक्योरिटी थी। बता दें कि ‘जेड प्लस’ श्रेणी प्राप्त शख्स को कम से कम 40 पैरामिलिट्री जवान मिलते हैं। इसमें नेशनल सिक्योरिटी गार्ड, सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स, इंडो तिब्बतन बॉर्डर पुलिस फोर्स और सेंट्रल इंडस्ट्रिल सिक्योरिटी फोर्स के जवान होते हैं। ‘जेड प्लस’ में सुरक्षा के पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी की होती है, दूसरी पंक्ति में एसपीजी के अधिकारी होते हैं।