नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह कहने पर जेडीयू का पलटवार, कहा- दुर्योधन तेजस्वी के लिए लालू बने धृतराष्ट्र
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बयान पर अब जेडीयू ने पटलवार किया है। जेडीयू ने तेजस्वी को दुर्योधन बताया है। दरअसल इस विवाद की शुरुआत तब हुई जब सूबे में संविधान बचाओ न्याय यात्रा पर निकले तेजस्वी ने एक बयान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नैतिक भ्रष्टाचार का भीष्म पितामह और घोटालों का दुर्योधन बताया था। इसपर जेडीयू ने कहा है कि पुत्र मोह में उनके पिता आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव धृतराष्ट्र बन गए हैं और आरजेडी का विनाश करा रहे हैं। कटिहार की सभा में तेजस्वी ने लालू को शेर कहा और खुद को शेर का बेटा तो इसको लेकर जदयू ने कहा है कि तेजस्वी यादव को गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। तेजस्वी पर तंज कसते हुए जदयू ने कहा कि वह लोमड़ी की तरह हैं जो दूसरों के हक पर धावा बोलते हैं।
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि अपनी यात्रा के दौरान तेजस्वी को अपने परिवार का पूरा बायोडाटा भी जनता के बीच रखना चाहिए, जिसके तहत उन्हें यह बताना चाहिए कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव फिलहाल जेल की रोटी खा रहे हैं और तेजस्वी पर खुद एक दर्जन से ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी को यह भी बताना चाहिए कि उनकी माता राबड़ी देवी पर भ्रष्टाचार का केस है, भाई तेजप्रताप पर अवैध संपत्ति रखने का मामला चल रहा है, बहन मीसा भारती पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस है और बहनोई शैलेश और राहुल यादव पर सीबीआई का शिकंजा कसा हुआ है।
जदयू ने कहा कि तेजस्वी यादव को भी अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए। एक-एक करके तेजस्वी के सभी परिवार वालों से पूछताछ चल रही है और एक एक करके सभी के खिलाफ चार्जशीट भी होगी और उसके बाद जेल यात्रा होगी। जदयू प्रवक्ता ने आगे कहा कि सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग लालू के किसी भी परिवार वालों को छोड़ने वाला नहीं है और जैसे-जैसे उन्हें सबूत मिलते जाएंगे। वैसे-वैसे सभी की जेल यात्रा भी होती रहेगी। संजय सिंह ने कहा कि वह वक्त भी दूर नहीं है, जब तेजस्वी यादव खुद जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे।
कटिहार में तेजस्वी ने नीतीश कुमार को आरक्षण विरोधी बताया तो इस पर जवाब देते हुए जदयू ने कहा है कि नीतीश ने महादलितों की सुविधा के लिए महादलित विकास मिशन की स्थापना की और पिछड़े अल्पसंख्यक, महिलाओं और छात्राओं को आरक्षण के साथ अन्य सुविधाएं भी दी। संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने समाज के दलित, महादलित, पिछड़े, अत्यंत पिछड़े और अल्पसंख्यकों के कमजोर वर्गों और महिलाओं को 50 फीसदी पंचायती राज व्यवस्था में आरक्षण दिया और राजनीति की मुख्यधारा में उन्हें जोड़ा। संजय सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार इंजीनियर होने के साथ-साथ सोशल इंजीनियरिंग में भी सफल है।