नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, विधानमंडल की बैठक के बाद लिया फैसला
पटना। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने चल रहे सियासी सरगर्मी के बीच इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह साफ कर दिया कि किसी भी कीमत पर वे भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति से समझौता नहीं कर सकते हैं।
यही वजह है कि जब राजद विधानमंडल दल की बैठक के बाद अंतिम रूप से तय हो गया कि डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इस्तीफा नहीं देंगे तो उन्होंने खुद इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने ये पार्टी विधायकों और नेताओं की ये बैठक 28 जुलाई को बुलाई थी, लेकिन राजद का रुख देखते हुए नीतीश ने बुधवार शाम को ही बैठक बुला ली।
इससे पहले 11 जुलाई को भी नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर जेडीयू की बैठक बुलाई गई थी। उस बैठक में इस बात की मांग उठी थी कि तेजस्वी यादव, जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। लेकिन राजद और राजद अध्यक्ष दोनों इस्तीफा न देने पर अड़े रहे।
जेडीयू की बैठक से पहले ही आरेजडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत उनके बेटे और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश ने उनसे न ही इस्तीफा मांगा है और न ही भ्रष्टाचार के आरोपों पर कोई सफाई मांगी है।
वहीं लालू यादव ने कहा था कि हमने पांच साल के लिए नीतीश कुमार को सीएम बनाया। उन्हें सरकार चलाने की जिम्मेदारी सौंपी है। अब जो करना है, वही करेंगे।