नीतीश को झटका, बागी नेता के समर्थन में 300 लोगों ने एक साथ छोड़ा जेडीयू का साथ

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ विद्रोह करने वाले उदय नारायण चौधरी के समर्थन में अब 300 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं ने जनता दल (यूनाइटेड) की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वाले लोगों में माओ-प्रभावित इमामगंज विधानसभा के तीन ब्लॉक यूनिट प्रमुख भी शामिल हैं। इनका कहना है कि उन्होंने दलित नेता चौधरी के समर्थन में इस्तीफा दिया है। दरअसल जेडीयू से भारी तादाद में इन लोगों ने पार्टी से इस्तीफा ऐसे समय में दिया है जब बिहार विधानसभा के पूर्व स्पीकर चौधरी ने सार्वजनिक रूप से लालू यादव का समर्थन किया था। आरजेडी प्रमुख लालू यादव हाल के दिनों में चारा घोटाले मामले में दोषी साबित हुए हैं।

हालांकि इससे पहले भी जय नारायण चौधरी बिहार के मुख्‍यमंत्री और पार्टी नेता नीतीश कुमार के खिलाफ अपनी बात कह चुके हैं। उन्‍होंने कहा था कि नीतीश कुमार का कद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहीं बड़ा था, जिसे भाजपा ने बौना कर दिया। वरिष्‍ठ नेता ने NDA में फिर से शामिल होने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा था कि इस कदम से जदयू कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। बता दें कि उदय नारायण ने छह और नेताओं के बागी होने का भी दावा किया है। हालांकि जेडीयू ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।

गौरतलब है कि उदय नारायण ने बीते बुधवार को गया जिले के इमामगंज में बैठक की। पूर्व विधानसभा अध्‍यक्ष ने कहा कि उनके द्वारा उठाए गए मसलों को लेकर जदयू के छह और नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। उन्‍होंने दावा किया कि सदस्‍यता छोड़ने वालों में पार्टी राष्‍ट्रीय परिषद के सदस्‍य बालेश्‍वर प्रसार बिंद भी शामिल हैं। उदय नारायण ने कहा, ‘NDA में शामिल होने से पहले मेरे नेता (नीतीश कुमार) का कद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बड़ा था। लेकिन, नीतीश अब बौने हो चुके हैं। इससे पूरी पार्टी हतोत्‍साहित हुई है।’

उन्‍होंने स्‍थानीय स्‍तर के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी सदस्‍यता से इस्‍तीफा देने का भी दावा किया। जो बाद में सच साबित हुआ। उदय नारायण चौधरी के मुताबिक, बिंद के अलावा गया जिले के जदयू प्रवक्‍ता ब्रजेश सिंह व साजिद अहमद बागी, इमामगंज ब्‍लॉक के प्रमुख प्रह्लाद प्रसाद, डुमरिया ब्‍लॉक के प्रमुख सुरेंद्र प्रसाद सिंह और बांके बाजार ब्‍लॉक के पार्टी प्रमुख राजकुमार यादव ने भी पार्टी छोड़ दी है। उन्‍होंने पार्टी नेतृत्‍व पर विरोध की आवाज को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि इमामगंज की बैठक में 500 से ज्‍यादा कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी की सदस्‍यता त्‍याग दी है। वरिष्‍ठ नेता ने राज्‍य सरकार की छात्र क्रेडिट कार्ड स्‍कीम पर सवाल उठाते हुए छात्रवृत्ति योजना को फिर से लागू करने की वकालत की है।

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