नोटबंदी का एक साल: राहुल गांधी ने शेर पढ़कर किया हमला, कहा- पीएम ने बिना सोचे किया था फैसला
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी का एक साल पूरा होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने उन दिनों बैंक की लाइन में खड़े एक बुजुर्ग की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है, तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना।’ पूर्व में ये शेर मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने पढ़ा था। वहीं तस्वीर एक बुजुर्ग की है जो नोटबंदी के बाद काफी वायरल हुई थी। तस्वीर में एक बुजुर्ग बैंक की लाइन के बाहर खड़े नजर आ रहे हैं। बुजुर्ग का मायूस चेहरा साफ तौर पर देखा जकता है। जाहिर है इस तस्वीर को शेयर कर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले से आम लोगों को होने वाली परेशानियों को दिखाने की कोशिश की है। दूसरी तरफ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘नोटबंदी एक त्रासदी है। हम उन लाखों ईमानदार भारतीयों के साथ खड़े हैं, जिनकी जिंदगी और रोजगार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अल्हड़ कृत्य ने बर्बाद कर दिया।’
गौरतलब है कि पिछले साल आठ नवंबर को रात आठ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूरदर्शन चैनल से पूरे देश से 500, 1000 के नोट चलन से बंद होने का ऐलान किया था। बुधवार (8 नवंबर) को नोटबंदी की घोषणा हुए पूरे एक साल हो गया। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी की ओर से एक वीडियो जारी किया गया। ये वीडियो आठ नवंबर को एंटी ब्लैकमनी डे की थीम पर आधारित है। इस वीडियो के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी ने उन लोगों की चुटकी लेने की कोशिश की है जिनपर, भाजपा के मुताबिक, नोटबंदी की सबसे तगड़ी मार पड़ी है। वीडियो में एक महिला नेता को नोटबंदी से विचलित और आक्रोशित दिखाया गया है, उसके हेयरस्टाइल से लेकर चेहरा और संकेत बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती से मिलता जुलता है। इस वीडियो में महिला के पीछे किताबों की अलमारी है और मेज पर दो हाथी। महिला नोटबंदी के विरोध में बोल रही है। उसे अफसोस है कि उसके पास जो कुछ सैकड़ों करोड़ रुपए थे, वो नोटबंदी की भेंट चढ़ गए। इस वीडियो में ये महिला एक जगह ये भी कहती दिखती है कि अरे छोड़ो ये देशभक्ति और जाकर स्टेशन पर चाय बेच।