नोटबंदी पर नरेंद्र मोदी का समर्थन करने वाले कमल हासन अब कह रहे- माफी कीजिए मुझे
दक्षिण भारत के दिग्गज एक्टर कमल हासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पॉलिसी का समर्थन करने वाले शब्दों को वापस लेते हुए माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी की नोटबंदी वाली पॉलिसी का समर्थन करना उनकी गलती थी। हाल ही में राजनीति में आने के अपने इरादे साफ कर चुके कमल हासन से जुड़ी ये खबर तमिल मैगजीन के एक कॉलम में छपी है। मैगजीन में लिखा गया है, ‘मैं जल्दीबाजी में नोटबंदी के समर्थन के लिए माफी मांगता हूं।’ गौरतलब है कि कमल हासन उन मशहूर हस्तियों में शामिल हैं जिन्होंने बीते साल आठ नवंबर को देशभर में 1000, 500 के नोट बैन किए जाने का समर्थन किया था। ट्वीट में हासन ने लिखा था, ‘सैल्यूट मिस्टर मोदी। इस कदम की सारी राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर तारीफ की जानी चाहिए।’ वहीं अब मैगजीन में छपी खबर में हासन ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी अपनी गलती मान लें, तो मैं उन्हें सलाम करुंगा। अपनी गलती मानना और उसे सुधारना अच्छे लीडर की पहचान है।’
मैगजीन में कमल हासन के हवाले से आगे लिखा गया, ‘नोटबंदी के समर्थन पर मेरे कॉमरेड साथी और अन्य अर्थशास्त्र समझने वाले लोगों ने मेरी आलोचना की। बाद में मैंने खुद को सांत्वना दी। सोचा नोटबंदी सही है। क्योंकि तब नोटबंदी लागू करने में कुछ समस्या हो सकती थी। लेकिन बाद में अन्य अर्थशास्त्रियों ने भी नोटबंदी को गलत ठहराया। लेकिन मैंने तब भी खुद से कहा कि नोटबंदी का इरादा अच्छा है, लेकिन व्यवहारिक रूप से ये सही नहीं है। लेकिन लगातार लोग नोटबंदी के विरोध में अपनी आवाज उठा रहे थे तब मुझे शक हुआ क्योंकि केंद्र सरकार के पास इसके समर्थन में मजबूत पक्ष नहीं था।’ मैगजीन के अनुसार दक्षिण भारतीय एक्टर ने नोटबंदी के समर्थन पर माफी मांगते हुए कहा, ‘अपनी गलती मानना और उसे सुधारना अच्छे राजनेता की पहचान है।’
जानकारी के लिए बता दें कि आठ नवंबर, 2016 को केंद्र सरकार ने देशभर में 500 और 1000 के नोट चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। इन नोटों की जगह 500 और 2000 के नोट लाए गए। कुछ समय बाद 200 के नए नोट भी जारी किए गए। बाद में आरबीआई ने बताया कि उसे नहीं पता कि इन 500 और 1000 के नोट बंद करने के बाद कितनी बेहिसाब नकदी को वैध धन में बदला गया है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि इसकी भी जानकारी है कि नोटबंदी से कितना कालाधन खत्म हुआ है। हालांकि आरबीआई ने ये जरूर बताया था कि नोटबंदी के कितने नोट वापस लौटे हैं। ये रकम करीब 15.28 लाख करोड़ रुपए बताई गई।