पद्मावती के साथ हुआ भेदभाव!, फुकरे रिटर्न्स को महज 12 दिनों में मिला सर्टिफिकेट
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को 68 दिनों वाले नियम का हवाला देकर सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया था। बोर्ड का कहना था कि नियम के अनुसार फिल्म निर्माताओं को रिलीज से 68 दिन पहले फिल्म को जमा करवाना चाहिए था। ऐसा ना करने की वजह से दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह की फिल्म को वापस कर दिया गया था। मगर यही नियम पुलकित सम्राट की फिल्म फुकरे रिटर्नस पर लागू नहीं होता है। साल 2013 की हिट फिल्म फुकरे का सीक्वल फुकरे रिटर्न्स को सेंसर बोर्ड ने रिलीज से केवल 12 दिन पहले सर्टिफिकेट दे दिया। जिसकी वजह से अब फिल्म अपनी घोषित तिथि 8 दिसबंर को ही रिलीज होगी।
हालांकि नए बने नियम के अलावा निर्माताओं द्वारा पद्मावती की एप्लिकेशन को अधूरा छोड़ने की वजह से भी फिल्म को वापस किया गया था। हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत करते हुए सेंसर बोर्ड के सीईओ अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था- निर्माताओं ने डिस्क्लेमर नहीं दिया था। हम निर्माताओं से जानना चाहते हैं कि आपका इसपर क्या आधिकारिक स्टैंड है। यह फिक्शन पर आधारित है या फिर ऐतिहासिक तथ्यों पर- आपको यह बताना होगा। इसे बताए बिना डॉक्यूमेंट अधूरा है। परीक्षा के उद्देश्य से हमें यह पता होना चाहिए कि निर्माता फिल्म में क्या कह रहे हैं।
फुकरे रिटर्न्स की बात करें तो फिल्म में पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा, मनजोत सिंह, अली फजल और ऋचा चढ्ढा अहम भूमिकाओं में हैं। इस फिल्म के जरिए फुकरे की टीम एक बार फिर से दर्शकों को गुदगुदाने के लिए आ रही है। फिल्म 8 दिसंबर को रिलीज हो रही है।