पद्मावत: राजपूत इतिहास की धज्जियां उड़ते देख भड़के कुमार विश्वास, भंसाली-करणी सेना सबको लपेटा
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और कवि कुमार विश्वास ने राजपूताना इतिहास और परंपरा को तार-तार करने पर करणी सेना के नेताओं और कार्यकर्ताओं समेत पद्मावत फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली पर तीखा हमला किया है। उन्होंने जातीय वोट बैंक की राजनीति करने वाले नेताओं पर भी हमला बोला है। सोशल मीडिया ट्विटर पर कुमार विश्वास ने लिखा है, “प्रचार से नोट छापने की मुम्बईया ज़िद,हर भावुकता का तुष्टिकरण कर वोट-बैंक से जोड़ लेने का घटिया राजनैतिक पैंतरा,हाशिए पर पड़े कुछ तथाकथित दर्प-रक्षकों की अधकचरी सोच,सबने मिलकर महान राजपूताना की इतिहास-परम्परा को आज ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है जहाँ पूरा देश सामूहिक शर्मिंदा है।” बता दें कि यह फिल्म तमाम विरोध के बावजूद रिलीज हो चुकी है। हालांकि, करणी सेना के लोगों के उत्पात की वजह से कई जगहों पर पद्मावत रिलीज नहीं हो पायी है। गुरुवार (25 जनवरी) की सुबह से ही करणी सेना के लोग देशभर में सड़कों पर उतार कर हंगामा कर रहे हैं।
बिहार, उत्तर प्रदेश के कई शहरों में करणी सेना और राजपूत समाज के लोग विरोध-प्रदर्शन और हंगामा कर रहे हैं। बिहार के आरा, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, सुपौल में राजपूत समाज के लोगों ने जमकर उत्पात मचाया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक सिनेमा हॉल के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट में पद्मावत विवाद में दो अवमानना याचिका दायर की गई है। याचिका पर कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा है कि जिन्हें फिल्म पसंद न हो वो न देखें लेकिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर इस तरह से रोक नहीं लगाई जा सकती है।
पहली याचिका करणी सेना के तीन नेताओं के खिलाफ दायर की गई है। इनमें सेना के अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कालवी, महासचिव सूरजपाल अम्मू और कर्ण सिंह को अवमानना के मामले में वादी बनाया गया है। दूसरी याचिका राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ दर्ज की गई है। गौरतलब है कि ‘पद्मावत’ हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषा के साथ ये फिल्म 6 से 7 हजार स्क्रीन्स पर रिलीज की जा रही है।