पर्यावरण सेस से 700 करोड़ वसूलकर भी दिल्ली को प्रदूषण मुक्त नहीं कर सकी केजरीवाल सरकार
दिल्ली में फैले स्मॉग के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल सरकार पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं। अब एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि दिल्ली सरकार को पर्यावरण सेस से 787 करोड़ रुपए मिले हैं, जबकि उसने उस फंड से खर्च केवल 93 लाख रुपए ही किए हैं। बता दें, दिल्ली में फैले स्मॉग की वजह से काफी दिनों से विवाद बना हुआ है। अरविंद केजरीवाल इस स्मॉग के लिए हरियाणा और पंजाब के किसानों को जिम्मेदार बता रहे हैं। उनका कहना है कि पंजाब और हरियाणा के किसान अपने खेतों में पराली जला रहे हैं, जिसकी वजह से दिल्ली में स्मॉग आया है। दिल्ली की हवा बहुत ज्यादा प्रदुषित है। स्मॉग आने के बाद दिल्ली की स्कूलों को भी कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था।
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सरकार पर्यावरण सेस से मिली रकम का इस्तेमाल सार्वजनिक यातायात की व्यवस्था को सुधारने के लिए करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली सरकार ने 2000 बसें खरीदने की योजना बनाई है। इसके बाद 1000 डीटीसी और 1000 क्लस्टर बसें होंगी। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्रालय के साथ बैठक भी की है। जिसमें इस मुद्दे पर चर्चा की और परिवहन मंत्री से इस और आगे बढ़ने के लिए कहा गया है।
स्मॉग होने के बाद दिल्ली सरकार ने ऑड-इवन स्कीम लागू करने की घोषणा की थी। इस स्कीम के तहत बाइक सवार और महिलाओं को छूट दी गई थी। लेकिन इस पर एनजीटी ने एतराज जताया था, एनजीटी ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिए थे कि ऑड-इवन स्कीम में बाइक सवार और महिलाओं को छूट ना दी जाए। लेकिन इसके बाद दिल्ली सरकार ने अपनी ऑड-इवन स्कीम के आदेश को वापस ले लिया। दिल्ली सरकार का कहना है कि बाइकसवारों और महिलाओं को छूट दिए बिना यह स्कीम लागू नहीं हो सकती।