पहलगाम मार्ग से फिर शुरू हुई अमरनाथ यात्रा

भूस्खलन की घटनाओं के कारण अमरनाथ यात्रा के लगातार दो दिन स्थगित रहने के बाद शुक्रवार को पहलगाम मार्ग से यात्रा शुरू हो गई, लेकिन बालटाल मार्ग से लगातार तीसरे दिन भी यात्रा स्थगित रही। घाटी में खराब मौसम के कारण हजारों श्रद्धालु बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों में फंसे हुए हैं। वार्षिक यात्रा का प्रबंधन करने वाले श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ जाने वाले जत्थे को तीसरे दिन जम्मू से रवाना होने की इजाजत नहीं दी गई। यह जत्था आम तौर पर तड़के जम्मू से रवाना हो जाता है। यात्रा के मार्ग में पड़ने वाले स्थानों पर भारी बारिश और कई स्थानों पर भूस्खलन और चट्टान गिरने की वजह से दोनों मार्गों से बुधवार को यात्रा स्थगित कर दी गई थी। श्राइन बोर्ड के एक प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में पड़ने वाले पहलगाम मार्ग से शुक्रवार सुबह यात्रा फिर से शुरू हो गई। उन्होंने बताया कि मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में बालटाल मार्ग से यात्रा अब भी स्थगित है। श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर कंगन के दानीबाग इलाके में और आधार शिविर के पास भूस्खलन होने के कारण यात्रा शुरू नहीं हो सकी है।

दानीबाग में भूस्खलन होने के कारण लद्दाख क्षेत्र से घाटी को जोड़ने वाले एकमात्र मार्ग श्रीनगर-लेह मार्ग को बंद रखा गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि बालटाल मार्ग पर मंगलवार रात बरारीमार्ग और रेलपटरी के बीच हुए भूस्खलन में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि चार अन्य घायल हो गए। वहीं पिछले तीन दिनों में चट्टान गिरने की घटना में दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई। यात्रा शुरू होने के बाद से दिल का दौरा पड़ने से अब तक छह श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।

जम्मू से मिली खबर के अनुसार, घाटी में खराब मौसम के चलते लगातार तीसरे दिन जम्मू से अमरनाथ की तीर्थयात्रा स्थगित रही। इसके चलते हजारों श्रद्धालु बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों में फंसे हुए हैं। घाटी के दो आधार शिविरों में भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को यात्रा के मार्ग में पड़ने वाले आधार शिविरों में रोका गया है। इनमें बालटाल , नुनवान- पहलगाम , शेषनाग और पंजतरणी आधार शिविर शामिल हैं। इन मुश्किल रास्तों पर पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के चलते भूस्खलन और चट्टानों के गिरने की घटना सामने आ रही है। अधिकारी ने बताया कि बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल एनएन वोहरा ने स्थिति का जायजा लेने के लिए इन आधार शिविरों का दौरा किया। भारी बारिश के कारण बालटाल और पहलगाम, दोनों मार्गों पर तीन दिन से यात्रा स्थगित है।

मानसरोवर से लौटते वक्त फंसे 12 सौ से अधिक यात्री सुरक्षित निकाले गए

नेपाल के पर्वतीय सिमीकोट क्षेत्र से 12 सौ से अधिक तीर्थयात्रियों को शुक्रवार को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया। यह जानकारी भारतीय दूतावास ने दी। हिल्सा क्षेत्र में फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने के प्रयास जारी है। भारतीय दूतावास के मुताबिक, ‘आज तक, ठोस प्रयासों के जरिए 1,225 फंसे हुए तीर्थयात्रियों को सिमीकोट से हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित निकालकर नेपालगंज और सुरखेट पहुंचाया गया है।

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