पहलू खान के बेटे ने दिग्विजय सिंह के घर की प्रेस कॉन्फ्रेंस, कहा- पुलिस ने मुझसे पहचान तक नहीं करवाई और आरोपियों को दे दी क्लीन चिट
राजस्थान में पुलिस ने कथित गोरक्षकों द्वारा पहलू खान की पीट कर हत्या करने के मामले में सभी 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी है। मरने से पहले पहलू खान ने इन सभी के नाम पुलिस को बताए थे। हरियाणा के मुस्लिम वर्चस्व वाले नूंह जिले में रहने वाले डेयरी किसान के परिवार का कहना है कि वे इंसाफ के लिए लडेंगे। इस साल 1 अप्रैल को राजस्थान के अलवर में कथित गो-रक्षकों ने पहलू खान और उनके बेटों की- इरशाद और आरिफ की सड़क पर पिटाई कर दी थी जिसके बाद पहलू खान ने अस्पताल में दम तोड़ दिया था। खान का परिवार दिल्ली पहुंच चुका है और ‘सुप्रीम कोर्ट के दखल केस को राजस्थान से ट्रांसफर’ करने की मांग कर रहा है। पहलू खान के बेटे इरशाद ने कहा कि वह अपने पिता की हत्या करने वालों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे और न्याय की मांग करेंगे ताकि सभी हत्यारों को दंडित किया जा सके। उसने आरोप लगाया कि आरोपियों की पहचान करने के लिए उसे कभी पुलिस थाने नहीं बुलाया गया।
इरशाद ने शुक्रवार (15 सितंबर) को कांग्रेस नेता व राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह के आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया, ”मैं गवाह हूं मगर मुझे राजस्थान पुलिस ने कभी आरोपियों की पहचान के लिए नहीं बुलाया। अब 13 आरोपियों में से, छह को क्लीन चिट दे दी गई और पांच जमानत पर बाहर हैं। अगर वीडियो में दिख रहे लोगों ने अब्बा को नहीं मारा तो किसने मारा?”
इरशाद ने कहा, “ये वही छह मुख्य आरोपी थे जिन्होंने हमारे वाहन को रुकवाया और हमें मारना शुरू कर दिया। जिसके बाद वहां 15-20 और लोग भी आ गए। हमने उन्हें कागजात दिखाने की कोशिश की कि हम डेयरी किसान हैं और डेयरी फार्मिग के लिए सरकारी मेला से गायों को ला रहे हैं लेकिन उन्होंने कागजात फेंक दिए और हम पर हमला कर दिया।”
इरशाद ने कहा, “हम मुसलमान हैं इसलिए हमें निशाना बनाया गया। हमारी आंखों के सामने हमारे पिता की पीट कर हत्या कर दी गई। हमने कुछ गलत नहीं किया। हम गायों को खरीद कर डेयरी फार्म ला रहे थे।”
दक्षिण-पश्चिम हरियाणा का नूंह जिला मुस्लिम प्रभुत्व वाला जिला है। 2011 की जनगणना में जिले की लगभग 11 लाख आबादी में लगभग 80 प्रतिशत मुसलमान हैं। नूंह का जिला मुख्यालय नई दिल्ली से लगभग 70 किमी दूर स्थित है।